आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव
आओ हम सब भारतवासी मिलकर अमृत महोत्सव मनाएं।
देकर अपना लहू जो गये जहां से उन शहीदों को शीश झुकाएं।
मिटाकर बैर उन्माद ह्रदय की तुच्छता सभी को गले लगाएं।
न हो दंगा कहीं भी हम देश में सुख समृद्धि अमन को लाएं।
कर्तव्यनिष्ठ बनें हम सब अपना - अपना सभी कर्तव्य निभाएं।
छल कपट से रहकर दूर किसी का कभी हक छीनकर न खाएं।
धरा पर चारो ओर ही हरी भरी फसलें वन बाग झूमे लहराएं।
ज्ञान विज्ञान के बल पर शहीदों के सपनों का सुन्दर देश बनाएं।
भेदभाव रिश्वतखोरी लालच को तजकर आओ झण्डा फहराएं।
भारतमाता और अपने शहीदों को याद कर कसम को दोहराएं।
हर हिन्दुस्तानी हमारा अपना उन पर हम दिलो जान लुटाएं।
हिंद देश की जय जयकार करें मिट्टी को मस्तक पर सजाएं।
हर छत पर और हर हाथ में हम सभी अपने तिरंगे को लहराएं।
भारत प्यारा देश है हमारा हम सभी आओ खुशी से झूमे गाएं।