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अजय एहसास

Drama Romance Fantasy

4  

अजय एहसास

Drama Romance Fantasy

आजा तू ऑनलाइन

आजा तू ऑनलाइन

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116


राहें हैं ऑनलाइन, बाहें हैं ऑनलाइन 

आहें हैं ऑनलाइन ,निगाहें हैं ऑनलाइन 

ये भी है ऑनलाइन,वो भी है ऑनलाइन 

तू भी है ऑनलाइन,मैं भी हूं ऑनलाइन 

जब सब है ऑनलाइन तो फिर कैसी दीवार 

आजा तू ऑनलाइन करूँ तुझसे मैं प्यार ।।


ह्वाटसप का देखो जमाना है आया

आओ ऑनलाइन उसने हमसे बताया

प्रेषित करें संदेश हो कोई शिकवा या गिला

संदेश देख उसका दिल को सुकूं मिला

दिन रात सुबहो शाम अब संदेश देखूं यार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


घरवाले भी न जाने कि क्या कर रहे हैं हम 

कब कह दिये कि प्यार बहुत करते हैं सनम

मगर फोन काल करते तो फिर जान जाते सब

इस बात का बिल्कुल भी नहीं डर रहा है अब

मां बाप के ही सामने कर देते हैं इज़हार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


करती है विडियो कालिंग और मुस्कुराती है

मिलने की आस दिल में वो ऐसे जगाती हैं

जादू की झप्पी दे कभी देती है फ्लाइंग किस

नेटवर्क हुआ गायब सब है टाय टाय फिस

नेटवर्क ने ही कर दिया अपना मिलन बेकार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


रातों में नींद खुलते ही हो जाय ऑनलाइन

फादर मदर डे भूला याद रहा वैलेंटाइन

ऑनलाइन का टाइम दिया था एक बजे का

देखा तो समय हो चुका था तीन बजे का

आंखों की नींद हो गई थी अब तो तार तार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


खोलूं जो ह्वाट्सप तो उसका नाम टच करूं

ऊपर जो ऑनलाइन लिखा देखता रहूं

उसकी जगह जो टाइपिंग लिख देता है कभी

बस सोचता संदेश उसका आयेगा अभी

कुछ भी नहीं आया किया घंटों मैं इंतज़ार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


खुश हो गई कभी तो उसने फोटो भेज दी

मैं सोचता ही रह गया रिप्लाई तेज दी

भेजा था जो संदेश वो देखी नहीं अभी

मैं देखता रहूं वो लाइन नीली हो अभी

हम ही नहीं लाइन‌ में उसके हैं खड़े हजार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


वो कागज़ कलम दवात जमाना गुजर गया

खुशबू गुलाब का जो था खत में बिखर गया

मालुम नहीं चला कि कितनी जल्दी कल गया

"एहसास" हो रहा है जमाना बदल गया

ले जाने को ख़त अब न कबूतर यहां तैयार

आजा तू ऑनलाइन करूं तुझसे मैं प्यार ।।


      


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