STORYMIRROR

Neerja Sharma

Abstract

2  

Neerja Sharma

Abstract

आइना

आइना

1 min
138


आइना जो दिखाया तुमने ए जिंदगी 

जिंदगी के मायने ही बदल गए 

जिनको समझा था अपना आज तक

किस कदर वो मुँह पलट चल दिए।


हम तो जीते रहे इसी विश्वास में 

केवल वही तो अपने हैं इस जहाँ में

एक मुसीबत क्या आई जिंदगी में

सबके तेवर ही बदल गए इक पल में।


मुसीबत का आना तो हुआ आशीर्वाद जिंदगी 

चेहरे से से फरेबी का नकाब जो हट गया 

शुक्रिया अदा जितना करूँ कम है ए जिंदगी

मैं तो जीते जी मरने से बच गया ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract