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vaghela manisha

Abstract Others

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vaghela manisha

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आईना तो होने दो..

आईना तो होने दो..

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भटक जाऊंगा राह से, रात तो होने दो,

चुराऊँगा उसे भी, थोड़ा सा महंगा तो होने दो।


बदनाम करके मुझे, पूछती है मुझसे नाम मेरा, ये जिंदगी..

झूठ अभी नंगा है ! उसे सच का लिबास तो ओढ़ने दो।


आएगा मजा तुम्हें भी मुझसे उलझकर ए " साहिल ",

अभी तो सिर्फ एक बूंद हूँ, मुझे दरिया तो होने दो।


माना कि टूटा हूँ, बिखर गया हूं ! अभी कांंच हूं इसलिए,

एक दिन तेरा गुरूर भी टूटेगा, मुझे आईना तो होने दो।


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