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Praveen Gola

Romance

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Praveen Gola

Romance

आधे तुम हो जवाँ

आधे तुम हो जवाँ

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आधे तुम हो जवाँ ,आधे हम हैं जवाँ ,

चलो मिलकर हो जायें ,दोनो पूरे जवाँ

कितना रंगीन है ,आज इश्क ~ए ~समाँ ,

चलो मिलकर हो जायें ,दोनो पूरे जवाँ

कितने भेजे संदेश ,तुम्हे मदहोशी भरे ,

दिल में उमंगें भरीं ,बोलो तुम हो कहाँ ?

अधरों की लालिमा ,ऐसे कसने लगी ,

चूमने भँवरे को ,ढूंढे यहाँ और वहाँ

वक्ष कसने लगे ,तेरे आलिंगन को ,

तेरे पीछे चलें ....तू जाये जहाँ

ये जवानी मेरी ,अब संभलती नहीं ,

दरिया ~ए ~इश्क से ,अब उठता धुआँ

आधे तुम हो जवाँ ,आधे हम हैं जवाँ ,

चलो मिलकर हो जायें ,दोनो पूरे जवाँ।।



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