बेटी
बेटी
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माँ के बिना कभी एक पल भी नही रही। Education पूरा हुआ, माँ से दूर रहने की उसे आदत नहीं थी इसिलए उसने गाँव मे रहकर, अपनी माँ के साथ ही रहकर education पूरा किया।
अब तो सारिका की शादी तैर हुई है।
शादी धूम धाम से हुई, इधर बिदाई के वक्त पर माँ बेटी दोनों बहुत रोने लगी। सारा वातारण गुमसुम हुआ था, सारिका की सास उन दोनों के पास आई और उन्हें कहा चलो बेटी, वो तो तुम्हारी माँ देवकी है, अब जरा यशोदा के पास भी चलो।