जीवन का सफ़र और कुंडली
जीवन का सफ़र और कुंडली
कमाल है यहाँ दो ज़िन्दगी के जीवन के सफ़र की शुरुआत से पहले ही कुंडली मिलाकर उनके जीवन की सुख दुःख की चर्चा हो जाती है। हद तो तब हो जाती है की जब उनके भी संतानों के सुख दुःख की चर्चा वे कर लेते हैं। कितनी अजीब बात है दो दिल मिले न मिले पर हा कुंडली जरूर मिलनी चाहिए बाकि सब नसीब पर छोड़ दो क्या विचार है ? अपने आप पर भरोसा नहीं और उन ग्रहों, कुंडली पर भरोसा करते है कमाल का जुगाड़ करते है अजी ये जुगाड़ नहीं बस दो ज़िन्दगी के साथ खिलवाड़ करते है ..!!
हमें तो बस यही कहना है की क्या वो हमारी ( लड़का लड़की ) कुंडली को देख हमारे सुखी जीवन की गारंटी दे सकते है ....पर हां हम ये जरूर विश्वाश दिला सकते है की अगर दो दिल मिल के ख़ुशी से सच्चे दिल से प्यार से हँसते मुस्कुराते हुए जीवन में आगे बढें तो कोई भी दिक्कत और परेशानी हमें नहीं सताएगी और वे दिक्कतें भी हमारी खुशमिजाजी सचाई देख खुद मुस्कुराते हुए वापस लौट जाएँगी ...!!