उसने कहा...
उसने कहा...
उसने कहा आप बड़ा सुंदर लिखते हो,
मैं बोला क्या करे?
तुम जो इतना सुंदर दिखती हो,
उसने कहा आप वाकई ही एक सच्चे कलाकार है,
मैं बोला आप वाकई ही एक नेक कदरदान है,
उसने कहा सच में आप कला के सच्चे धनी है,
मैं बोला बिना गुलज़ार कही शायर नही है,
उसने कहा कृपया शायरी का कोई नज़्म पेश करे,
तो मैं बोला मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है,
उसने पूछा क्यों?
तो में बोला,
क्योकि गज़ल आज खुद मेरे सामने खड़ी है.