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Manju Saini

Inspirational

4  

Manju Saini

Inspirational

बसंत

बसंत

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बसंत आ गया देखो प्यारा बसंत आ गया

अंग-अंग में उमंग उमड़ी आज तो पिया, 

बसंत आ गया देखो प्यारा बसंत आ गया।


दूर दूर तक खेत मुस्कुरा रहे हरे-हरे, 

चलती बयार मधुर नव-सुगंध को धारण किये, 

गा रहे पक्षी नवीन भावना कंठ में भरे,भाव।

 

आज तो विशुद्ध भाव मन मे देखो बह चला

प्यार तो हृदय समा गया देख प्रकृति को

अंग-अंग में उमंग उमड़ी आज तो पिया।


बसंत आ गया देखो प्यारा बसंत आ गया

खिल गया मेरा चमन अनेक फूल-पात से 

झूम-झूम मौन गीत गा रहा गगन,मगन।


प्रकृति लजा रही उषा कि पर्व है बसंत

मिलन, आ गया समय बहार का, उमंग

विहार का नया नया नया बसंत देखो आ गया।


अंग-अंग में उमंग आज तो पिया,बसंत

आओ झूम झूम गाये आ गया प्यारा बसन्त 

बसंत आ गया पिया मेरा प्यारा न्यारा बसन्त।



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