मानवता
मानवता
नहीं नहीं हम नहीं जानते है
कि यह दुनिया क्या है,
नहीं नहीं हम नहीं जानते है
कि दुनियादारी क्या होती है,
नहीं नहीं हम नहीं कहतेे है
कि सभी लोगो में
हैवानियत छुपी होती है,
नहीं नहीं हम नहीं जानते है
कि पहले मुर्गी आयी
या अंडा,
नहीं नहीं हम वैज्ञानिक श्री न्यूटन जितने
होशियार नही कि
गुरुत्वाकर्षण के नियम को
समझ पाए,
नहीं नहीं हम इतने चतुर नहीं
कि संत श्री कबीर जी के
कथनी और करनी के भेद को
समझ पाए,
पर कुछ भी हो
हम सिर्फ इतना जानते है
कि मानवता से बड़ी
कोई चीज़ नही होती...!