शिवार्चन
शिवार्चन
नमन तुमको हे सदाशिव
ब्रह्मरुप ईशान हे
निर्विकार वेदरुप
ज्ञानमय गिरिजापते
नमन मुक्तिस्वरुप हे
सर्वव्यापी समर्थ हे
नमन हे ओंकारेश्वर
बुद्धि इंद्रिय से परे
नमन हे कैलाशनाथ
कृपालु महाकाल हे
नमन हे गंगाधरे
चंद्रशेखर नमस्तुते
नमन हे वासुकीनाथ
भस्मांगानुरागी नमस्तुते
नमन हे नीलकंठ
पिनाकपाणी नमस्तुते
नमन हे नंदीश्वर
भक्तवत्सल दयालु हे
नमन त्रिपुरघाती प्रचण्ड
अनंगनाशी नमस्तुते