STORYMIRROR

प्रभात मिश्र

Inspirational Others

3  

प्रभात मिश्र

Inspirational Others

शिवार्चन

शिवार्चन

1 min
354

नमन तुमको हे सदाशिव

ब्रह्मरुप ईशान हे

निर्विकार वेदरुप

ज्ञानमय गिरिजापते

नमन मुक्तिस्वरुप हे

सर्वव्यापी समर्थ हे

नमन हे ओंकारेश्वर

बुद्धि इंद्रिय से परे

नमन हे कैलाशनाथ

कृपालु महाकाल हे

नमन हे गंगाधरे

चंद्रशेखर नमस्तुते

नमन हे वासुकीनाथ

भस्मांगानुरागी नमस्तुते

नमन हे नीलकंठ

पिनाकपाणी नमस्तुते

नमन हे नंदीश्वर

भक्तवत्सल दयालु हे

नमन त्रिपुरघाती प्रचण्ड

अनंगनाशी नमस्तुते


Rate this content
Log in

More marathi poem from प्रभात मिश्र

Similar marathi poem from Inspirational