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vaishali vartak

Classics

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vaishali vartak

Classics

महिमा मातेचा

महिमा मातेचा

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विषय ..आई
     महिमा मातेचा 

धरूनीया बोट   |पहिले पाऊल |

  लागते चाहूल.  |  जीवनाची ||



असे जरी  स्वामी  |   तिन्ही ही जगाचा |

तो कष्टी मनाचा. |  आई विना ||



होता जीवा कधी  |दुखापत कदा |

ओठावरी. सदा |  शब्द आई ||



घटाकार देई | घटास आकार |

देतसे संस्कार|  बालकास||



मिळे स्वर्ग सुख | तिच्याच कुशीत |

मुलांना खुशीत  |सदा ठेवी ||



आई किती वर्णू | तव गुण गाथा |

नमविते माथा |  सांगे वैशू ||



            ...........वैशाली वर्तक

                        अहमदाबाद


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