वह काली रात
वह काली रात
यह कहानी सर्वविदित है इसका जिवित और मृत्यु हो व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है समाज में अक्सर ऐसी घटनाएं होती रहती है हमें कुछ करने की प्रेरणा मिले ताकि ऐसा कुछ न हो।
एक लड़की जिसका बचपन अभी शुरू हुआ था नाम था उसका रोशनी बहुत सुंदर मनमोहक थी ।सबकी लाडली प्यारी बिटिया घर की रोनक थी। उसके होने पर घर चहक उठता। उस की मनभावन मीठी मीठी बातें सबको बहुत प्यारी लगती। अगर वह स्कूल चली जाती तो घर में खालीपन छा जाता।
उस दिन की बात है वहां स्कूल के गेट के पास खड़ी थी लेकिन उसे कोई लेने नहीं आया था हर रोज उसकी मम्मी या घर से और कोई उसे लेने आ जाता। स्कूल बंद हो चुका था बहुत समय हो गया वहां उसे कोई दिखाई दे रहा था। व धीरे धीरे अपना दफ्तर लेकर रास्ते की ओर चल पड़ी थी थोड़े दूर जाने के बाद एक मोटरसाइकिल वाले ने अकेली लड़की को देखकर, उसे चॉकलेट दिखाकर बहला फुसला लिया और अपने साथ गाड़ी पर बिठा लिया। रात के घने अंधेरे में वहां उसे सुनसान झाड़ियों में ले गया। उसने कुछ छोटी सी बच्ची पर अपनी मर्दानगी अजमाई और बच्चे की हालत बहुत खराब हुई थी वह सख रही थी, चिल्ला रही थी पर वहां कोई नहीं था जो उसकी आवाज सुनता और उसकी मदद करता। उसने उस मासूम का बदन पूरी तरह छलनी कर दिया उसका गला घोट दिया बच्ची कुछ देर बहुत तड़पी आखिर उसकी सास ने उसका साथ छोड़ दिया। उसका निश्चचेतन देह जमीन पर पढ़ा था। वह अजनबी चुपचाप अपनी मोटरसाइकिल लेकर भाग निकला।
यहां रोशनी के घर पर ना पहुंचने के कारण भगदड बची हुई थी। सब एक दूसरे को पूछ रहे थे। मोहल्ले में छानबीन की गई। स्कूल वालों को फोन किया गया। किसी से कुछ पता नहीं चला। रोशनी गई कहां? उसे क्या हुआ? सबके मन में एक ही सवाल घूम रहा था। मां काक्ष तो रो-रो कर बुरा हाल हुआ था। रोशनी ना तो किसी के घर पर थी, ना और कहीं!
अब क्या करें पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई गई। पुलिस ने अपना काम शुरू किया। छानबीन शुरू हुई आसपास के इलाके में पुलिस ने अपने लोगों को बेचकर पता करना चाहा। अभी तक कोई खबर नहीं थी रात के 10:00 बज चुके थे। पूरे घर में कोहराम अच्छा हुआ था।
रात निकल गई, दूसरे दिन की सुबह हुई , और पुलिस को झाड़ियों में एक लड़की की लाश बरामद हुई वह रोशनी थी उसकी फोटो से पुलिस ने पहचान की बहुत बुरी हालत में पाई गई । मानो ये कोई बुरा सपना था।
रोशनी के घर वालों को बुलाया लाश का पोस्टमार्टम हुआ। पता चला कि किसी नराधम रोशनी की यह हालत की है हॉट वह भाग गया है
परिवार जनो की हालत रो-रो कर बुरी हो रही थी रोशनी दुनिया छोड़कर जा चुके थे अब वह कैसे वापस आती? कैसे घर को खुशी से भर देती। मातम छाया हुआ था। फोन किसको समझाएं।
वह काली रात कभी किसी मासूम बच्चे की जिंदगी में ना आए यही प्रार्थना की जा रही थी रोशनी चली गई और छाई थी सिर्फ काली रात, कभी, सिर्फ काली रात।