सुरभी की सास
सुरभी की सास
सुरभि अपने बेटे की बढती हुई तपन से, बहुत परेशान है,आंखों से नींद गायब है, रात भर अजीब सी बेचैनी ने परेशान किया है ,उसको।सुबह जल्दी उठकर बिना बताए किसी को ,वह चली गई और साथ में लौटी है ,अपनी सास को लेकर, जिनको उनका बेटा वृद्ध आश्रम में छोड़ आया था।
अचानक अहसास होने लगा है उसको, उसकी सास भी अपने बच्चों के पीछे उसकी तरह ही बेचैन रहती होगी, क्योंकि उसकी तरह ही उसकी सास भी मां है ।मां केवल मां होती है ।
