STORYMIRROR

Dr. Akansha Rupa chachra

Inspirational

3  

Dr. Akansha Rupa chachra

Inspirational

सोनल के संस्कार

सोनल के संस्कार

1 min
155



गाँव की सोनल अपनी सादगी और अच्छे व्यवहार के लिए जानी जाती थी। छोटे से घर में रहती, लेकिन मन बहुत बड़ा था। उसकी माँ ने उसे बचपन से ही संस्कार सिखाए थे—बड़ों का आदर करना, छोटों से प्रेम करना, और जरूरतमंदों की मदद करना।


एक दिन गाँव में एक बुजुर्ग महिला का बैल गाड़ी से गिरकर चोट लग गई। लोग तमाशा देख रहे थे, लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। सोनल ने तुरंत बुजुर्ग महिला को सहारा दिया, गाँव के डॉक्टर को बुलाया, और उनके घर तक छोड़ने गई।


बुजुर्ग महिला की आँखें भर आईं। उन्होंने सोनल का हाथ थामते हुए कहा, "बेटी, तेरे जैसे संस्कार हर घर में हों, तो समाज स्वर्ग बन जाए।" सोनल मुस्कुराई और बोली, "यह सब माँ की सीख है।"


उस दिन पूरे गाँव में सोनल के संस्कारों की चर्चा थी। हर कोई उसकी तारीफ कर रहा था। सोनल ने साबित कर दिया कि अच्छे संस्कार न केवल हमारे व्यक्तित्व को निखारते हैं, बल्कि समाज को भी प्रेरणा देते हैं।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational