शीषक :स्वामी
शीषक :स्वामी
तुम कुछ दिन के लिए अपने मायके चली जाओ।
इस बात का अर्थ वो समझती है।
उनकी कान में अभी भी वही बात गुंज रही थी, जो बात सास और माझी के बीज हुई थी।
डॉक्टर की रिपोर्ट आ गयी है। हम लोग ऐसे हाथ पर हाथ डालकर बैठ नहीं सकते। पिछली बार हमने जो लड़की देखी उसके पास जाना होगा। उसने हाँ कही, तो बात पक्की कर दूँगी।
अग्नि को साक्षी मानकर हम दोनों सात जनम के लिए एक हुए, और अब आप लोग कहते हैं मायके चली जाओ। हम दोनों ऐसे ही खुश हैं।
पत्नी ने बैग से कपड़ा निकाल दिया। स्वामी की बात सुनकर। ऐसा स्वामी होने से हर पत्नी के लिए मुश्किलों का सामना करना आसान है।
