Pallabi Bhuyan

Children Stories Tragedy

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Pallabi Bhuyan

Children Stories Tragedy

लघुकथा गरीबी

लघुकथा गरीबी

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काफी समय के बाद सभी विद्यार्थियों को एकसाथ देखकर शिक्षिका परी के मन में एक अजीब सा सुकून मिला। फिर भी उसके मन में आशंका थी, अंदर ही अंदर काँप उठी अपनी प्यारे छात्र अमल स्कूल में नहीं आया। स्कूल से लौटने में रास्ते में एक बोझ गाड़ी चलाते समय परी ने अमल को देखा। गाड़ी रखाकर गाड़ी से उतर आया और अमल के पास जाकर स्कूल क्यों नहीं आया पूछा। क्षण भर में अमल के आँखों में आँसू भर आया।

वह बोल उठा,

 :करोना भाइरस के कारण पिताजी का कंपनी बन्द हो गया, हमारे परिवार में पाँच सदस्य को जीवन बिताने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, बड़े अभाव में दिन गुजारता हूँ मैं, ,मैं दुबारा स्कूल नहीं जा पाऊँगा मेम। यही बोलकर रो-रो कर चला गया। शिक्षिका परी के मन में गरीबी की एक भयानक छवि खींच गई।



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