Pallabi Bhuyan

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नारी सशक्तिकरण

नारी सशक्तिकरण

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आज का विषय बड़ा ही महत्वपूर्ण है। ये विषय नारी के साथ जुड़ा हुआ है। नारी सशक्तिकरण एक ज्वलंत समस्या है।

नारियां सृष्टि सृजन कर्ता हैं। नारियां दिन - प्रतिदिन अत्याचार के शिकार हो रहीं हैं। मैंने नारी सशक्तिकरण विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया।

वर्तमान परिपेक्ष्य में नारी सशक्तिकरण एक ज्वलंत समस्या है। नारियों को समाज में हेय दृष्टि से देखा जाता है। नारियां अपमानित सी हो रही हैं।

आज नारियां हर कार्य को कुशलता पूर्वक कर सकती हैं। आज नारियां हर उत्तरदायित्व को निर्वहन करने के लिए कटिबद्ध रहती हैं। उनके व्यक्तित्व का उन्नयन करना नितांत आवश्यक है।


 आज नारियां घरेलू हिंसा के शिकार हो रहीं हैं। उनकी जीवन काल -कावलित हो रही है। उसका पहला कारण है दहेज। इस विषय पर आपके सुझाव आमंत्रित हैं।

 पितृसत्तात्मक समाज में नारियों को तिरस्कार की दृष्टि से देखा जाता है। जबकि नारियां जगत में सिरमौर है। नारियां देवी स्वरूपा हैं। नारियां अपनी शौर्य शक्ति से आसमां के चांद सितारों को तोड़ने का साहस रखती है। नारी ही सब कुछ है। अगर घर में जब नारी नहीं है तब वह घर खाली सा है ।

समाज उन्नयन एवं लोकतंत्र को सशक्त बनाने में नारियां कहां तक कारगर साबित हो सकती हैं।


मैं कहना चाहूंगा नारियों को समाज में मान- सम्मान मिलना चाहिए। नारियों के स्वाभिमान का रक्षा करना हम सबका जिम्मेदारी है। नारियां राष्ट्र नवप्रवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। नारियों के जीवन में घटित घटनाओं के प्रति संवेदनशील रहने की आवश्यकता है। नारी सशक्तिकरण को समाचार पत्रों के सुर्खियों में प्रकाशित करना न्यायोचित होगा।


नारियों के आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक एवं आध्यात्मिक जीवन को उन्नयन करने के लिए उन्हें संबल प्रदान करने की आवश्यकता है। नारियों को समाज में उसके वास्तविक अधिकार मिलना चाहिए। नारियों को पुरुष के समान बराबरी का दर्जा मिलनी चाहिए। नारियां देश की सरहद में प्रहरी बनकर कड़कती ठंड एवं जेष्ठ की तीक्ष्ण तपन पर अपने कर्तव्यों को बखूबी से निभा रही हैं।


नारी सशक्तिकरण विषय पर आयोजित परिचर्चा शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक, ज्ञानवर्धक रहा। परिचर्चा अत्यंत सराहनीय रहा। परिचर्चा से विचार उभर कर आया। "नारीवादी विचारधारा को महत्ता देना चाहिए। "नारी सशक्तिकरण के लिए एक मुहिम चलाना चाहिए।" आज का जो माहौल है नारी को खुद लड़ना है अपने आप के लिये। 


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