हर आने वाला पल जाने वाला है। फिर व्यर्थ की चिन्ता क्यों करें। हर आने वाला पल जाने वाला है। फिर व्यर्थ की चिन्ता क्यों करें।
वो कब से कह रही थी कि डर का माहौल है , डर का माहौल है । वो कब से कह रही थी कि डर का माहौल है , डर का माहौल है ।
जबकि पिता जी के बैंक बैलेंस और ज़मीन मकान का हिसाब को तो श्मशान से लौटते ही होने लगा था जबकि पिता जी के बैंक बैलेंस और ज़मीन मकान का हिसाब को तो श्मशान से लौटते ही होने...
वेदिका की शादी को अभी दोही महीने हुए थे और माँ चल बसी, वेदिका बहुत कोशिः कर रही थी पर हर बात पर रोना... वेदिका की शादी को अभी दोही महीने हुए थे और माँ चल बसी, वेदिका बहुत कोशिः कर रही ...
सोचने लगी ये लॉक डाउन है कि सहर वालो के लिए सजा है। सोचने लगी ये लॉक डाउन है कि सहर वालो के लिए सजा है।
जैसे-जैसे समय बीतने लगा, नीता की सास का स्वभाव भी बदलने लगा। जैसे-जैसे समय बीतने लगा, नीता की सास का स्वभाव भी बदलने लगा।