साइलेंट गपशप
साइलेंट गपशप
आज मै बस में बैठकर कहीं बाहर जा रही थी,अचानक मेरा ध्यान दूसरी साइड में बैठी हुईं तीन चार लड़कियों के ग्रुप पर गया जो आपस में साइन लैंगवेज में बातें कर रही थीं।
मैं बड़े अचरज से उनको देखने लगी।बाकी बस यात्रियों से बेखबर वह आपस में बातें करना जारी रखे हुए थी।बीच मे उनकी हँसी भी दिख रही थी।थोड़ी देर के बाद उनका बस स्टॉप आ गया और वह उतर गयी।
जिन्दगी जिंदादिली का नाम है और कैसे जीना चाहिए यह उस छोटी सी बस यात्रा में उन स्पेशल लड़कियों ने सिखा दिया।