प्यार की राह
प्यार की राह
एक छोटा सा गांव था। उस गाँव में सिद्धार्थ नाम का लड़का रहा करता था। वह बहुत होशियार था और वह एक रोज शहर में पढ़ने के लिए गया।उस शहर में सिद्धार्थ एक अच्छे बड़े कॉलेज में गया और उस शहर में सिद्धार्थ को पहली बार पहला प्यार हुआ। जिस लड़की से प्यार हुआ वह लड़की काफी सुंदर थी।
जब उस लड़की से प्यार हुआ तब उसे पता नहीं था कि वह कौन है,उसके बारे में कुछ भी पता नहीं था। फिर सिद्धार्थ ने काफी कठिनाई से उस लड़की की जानकारी हासिल की, और खुशनसीबी से सिद्धार्थ को उस लड़की की सारी की सारी जानकारी मिल गई।उस लड़की का नाम शताब्दी था।वह लड़की सिद्धार्थ के कॉलेज में पढ़ा करते थी। सिद्धार्थ को यह सब देखकर काफी खुशी हुई.
सिद्धार्थ हमेशा उस लड़की को देखता रहता था, उसे इतना पसंद करने के बावजूद भी उसे प्रपोज नहीं कर पा रहा था,वह काफी डरता था. पूरे एक साल बाद सिद्धार्थ ने उसे प्रपोज किया और बाकी साल के बीच उसे देख कर ही खुश होता रहता था। शताब्दी को भी सिद्धार्थ काफी अच्छा लगता था और उसी कोमल स्वभाव के कारण शताब्दी ने भी हां कह दिया,उसके बाद दोनों एक दूसरे के साथ काफी प्यार किया करते थे।रोज Facebook पर चैट भी करते थे रोज अपने प्यार की बातें किया करते थे और रोजाना बाहर घूमने जाया करते थे.
सिद्धार्थ शताब्दी से काफी प्यार किया करता था, दोनों उस गुलाबी ठंड में बैठकर उस गुलाबी ठंड का आनंद लिया करते थे।उन्हें वह गुलाबी ठंड काफी अच्छी लगा करती थी।लेकिन आखिरकार वह दिन आहि गया जब उन दोनो को एक दूसरे से बिछड़ना पड़ा।शताब्दी की पढ़ाई हुई और उसे अमेरिका में नौकरी मिल गई. शताब्दी अमेरिका जाते समय सिद्धार्थ को बोल कर गई, "सिद्धार्थ मै वापस आऊंगी मेरा इंतजार करना" और वहां से चली गई. सिद्धार्थ हमेशा हर दिन उसी की याद में खोया रहता था. उसी की राह देखता रहता था,अपने प्यार के बिताया हर पल हर लम्हे याद करता था. अपनी गुलाबी थंड याद करता था।अपनी पूरी जिंदगी शताब्दी की राह में गुजार दी,और आखिर तक उसी की राह देख रहा। लेकिन शताब्दी आखिर तक कभी अमेरिका से वापस नहीं आई।
सिद्धार्थ अपने प्यार के लिए राह देखता रहता था।फिर उसे पता चला की, उसने शादी कर ली फिर भी वो उससे उतना ही प्यार करता था, जितना की पहले। बाद में उसे लगा कि सचमुच कोई भी किसी का नहीं रहता. सिद्धार्थ ने कभी भी शादी नहीं की, फिर भी आखिर तक वो अपने प्यार की राह देखता रहा . लेकिन उसे वह प्यार कभी नही मिला।....
यह था सिद्धार्थ का प्यार........और उसकी प्यार की राह।...
