प्रोत्साहित करना
प्रोत्साहित करना
एक गाँव में एक काम वाली थी। उनके पति को गुज़रे कर बहुत दिन हो गए। लेकिन उनकी एक छोटी बेटी सभीन नाम का थी। कलेक्टर बनना चाहती थी लेकिन कामवाली के पास इतना पैसा नहीं था। फिर भी उनके परिवार में कोई लड़की इतना अच्छा नहीं पढ़ी थी। इसलिए बहुत मेहनत कर के बच्ची को पढ़ाई। बच्ची को इतना हिम्मत दी। लेकिन परीक्षा के समय बच्ची बीमार पड़ गई। फिर भी मैं ने उसे ताकत दिया। इतना प्रोत्साहित किया। बच्ची अकलमंद भी थी। इसलिए बीमार पड़ने पर भी उसने परीक्षा अच्छी लिख दी। परिणाम देखते समय उनकी महान मेहनत का भाव मालूम पड़ा। इस का कारण माँ के प्रोत्साहित करने का स्वभाव मालूम होता है।