mamta Shrimali

Romance

3  

mamta Shrimali

Romance

प्रेमकहानी पर अधूरी या पूरी?

प्रेमकहानी पर अधूरी या पूरी?

7 mins
278


भाग दूसरा:-


उस वक्त साहिल भी था मैंने उसे कहा जाओ तुम चाय लेकर आओ सिया के लिए तब तक हम बात करते हैं.


सियाने कहा "मुझे चाय नहीं पसंद" तो मैंने कहा तो कुछ और कॉफ़ी या तो मेरी बात काटते हूँए सिया ने कहा में यहाँ चाय नाश्ता करने नहीं आई हूँ. मुझे कुछ जरुरी बात करनी है!साहिल ने कहा आप दोनों बात करो मुझे कुछ काम हैं में आता हूँ साहिल के जाने क बाद सिया ने कहा देखो मैं तुमसे यह शादी सिर्फ माँ पापा के कहने की वजह से और ऋषि के लिए कर रही हूँ इसके आलावा मुझसे और कोई उम्मीद मत रखना तुम शादी के बाद ऋषि के पापा बनोगे मेरे पति नहीं और बनने की कोशिश भी मत करना.

मैंने कहा "ठीक है जैसा तुम चाहो" मुझे उस वक्त लगा की शायद एक दिन उसे भी मुझसे प्यार हो जाएगा!मैंने अपने घर पे भी सबको बताया तो पहले उन्होंने मना किया पर मैंने उन्हैंं मना ही लिया दो दिन बाद तो शादी भी तय हो गयी मां पापा भी घर आ गए थे शादी कोर्ट में ही करनी थी इसलिए मैने माँ पापा से कहा कि किसी को बुलाने की जरुरत नहीं बाद में मैं और सिया घर आएगे तब छोटी सी पार्टी रखेंगे और सब को इन्वाइट करके बता देंगे.फिर क्या शादी हो गयी सिया और ऋषि मेरे घर आ गए दो दिन बाद माँ पापा भी वापस घर लौट गए!दो दिन तो सिया ने मुझसे ठीक से बात की पर उनके जाते ही सिया का बर्ताव मेरे प्रति बदल गया.

हमारे बीच वैसे तो पति पत्नी जैसा कुछ भी नहीं था पर हम अच्छे दोस्त भी नहीं बन पा रहैं थे! सिया हमेशा मुझसे कटी कटी रहती बिना किसी काम के तो जैसे हमारे बीच बात ही नहीं होती थी! में हर रोज इसी उम्मीद के साथ उठता कि आज शायद वो मेरी पत्नी न सही पर दोस्त ही बन जाये और कोशिश करता फिर निराशा के साथ रात को सो जाता.ऐसे ही दो साल गुजर गए. में सिया आगे की कहानी में बताती हूँ आपको. मुझे राघव के सामान से कागज मिले पढ़ा तो पता चला उसने अपने प्यार की पूरी कहानी इन पन्नो पर दोहराई थी! में बताती हूँ की आगे क्या हूँआ? और में उसकी कहानी क्यों?लिख रही हूँ.बहोत तैयारियां की थी मैंने पूरा घर सजा रखा था उसके लिए उसे ये बताने के लिए की अब में भी तुमसे प्यार करने लगी हूँ.तुम्हारे प्यार और सय्यम ने मुझे भी तुमसे प्यार करने पर मजबूर कर दिया था!ये बताने के लिए कि कोई किसी से इतना प्यार और किसी का इतना इंतज़ार कैसे कर शकता है ट्रैन में देखने के बाद दो साल इंतज़ार फिर में शादी शुदा हूँ ये समजकर और एक बच्चे की माँ होने के बावजूद मुझसे प्यार किया फिर मुझसे शादी के बाद भी मुझसे प्यार किया इस उम्मीद में कभी तो मै उससे प्यार करुँगी कभी तो मुझे उसका ये प्यार दिखेगा.में बतानेवाली थी उसे उस दिन सबकुछ, में बताने वाली थी की में उससे कितना प्यार करने लगी हूँ उसका इंतज़ार कर रही थी की घर के दरवाजे की बेल बजी.मुझे लगा वो आ गया दरवाजा खोला तो मेरे सामने अनुज खड़ा था!वो नशे में पूरी तरह धुत्त था.मैंने उसे घर में आने से रोका तो मुझे धक्का देकर वो घर में घुस गया.उसने कहा क्या बात हैं सिया मेरे पीछे अपने आशिक के साथ तुम तो बोहत मजे कर रही हो!मैने गुस्से में कहा वो मेरा पति है.और क्यों आए हो तुम यहाँ अब क्या लेने आये हो.उसने कहा तुम्हैं और अपने बेटे को.गया था में माँ पापा के पास वहीं से पता चला तुमने दूसरी शादी कर ली क्यों सिया मैंने कहा था कुछ वक्त की बात हैं मैंने दूसरी शादी हमारे लिए की थी हमारे अच्छे भविष्य के लिए.वैसे भी लीजा को कैंसर था! वो कुछ टाइम के बाद वैसे भी मरने वाली थी में आ जाता तुम्हारे पास वापस.फिर क्यों? ये बोलकर उसने मुझे जोर से पकड़ा मैंने खुद को छुड़ाते हूँए कहा दूर रहो मुझसे कोई हक़ नहीं है तुम्हारा न कोई सवाल करने का न मुझे छूने का.मुझ पर सारे हक़ तुम्हारे तभी खत्म हो गए थे जब तुमने मुझे छोड़ कर लीजा से शादी की जब मुझे तुम्हारी सब से ज्यादा जरुरत थी तब तुम मुझे छोड़ के चले गए.और कोनसा बच्चा तुम तो उसे देखने तक नहीं आये मैंने उसे पाला माँ और बाप दोनों का प्यार दिया.फिर भी वो अपने पापा को याद करता था पर तुम नहीं थे तब उसके पास.चले जाओ अब हमें तुम्हारी कोई जरुरत नहीं हैं!खो चुके हो तुम हमें. ऋषि को उसके पिता मिल गए है और में भी राघव से अब प्यार करती हू!अनुज को ये सब सुनकर इतना गुस्सा आया के गुस्से में उसने वहां से चाकू उठाया और मुझे मारने के लिए मेरी तरफ बढ़ा.नहीं सिया में ये नहीं होने दूँगा तुम्हैं में अपना बच्चा नहीं छिन्ने दूंगा.में डरकर कमरे में भाग गयी और अंदर खुदको लॉक कर लिया मैंने राघव को कॉल किया उस वक्त वो कार ड्राइव कर रहा था मैने उससे कहा तुम जल्दी से घर आ जाओ वो मुझे मार डालेगा उसके सर पर खून सवार है मुझे बचालो.उसने कहा तुम चिंता मत करो में आ रहा हूँ तुम्हारे पास कुछ नहीं होने दूंगा में तुम्हैं और फोन कट गया!अनुज ने भी जोर जोर से दरवाजा खटकाया और फिर उसने किसी चीज से इतना जोर जोर से दरवाजे पर मारा कि दरवाजे का लॉक टूट गया.में अब पुलिस को कॉल करती उससे पहले उसने फ़ोन छीन लिया.अनुज मुझे चाकू मारने ही वाला थी कि राघव आ गया और उसने मुझे बचा लिया फिर राघव ने अनुज से चाकू छीन लिया.अनुज डर कर कमरे से बाहर भागा उसके पीछे राघव भी भागा राघव ने गुस्से में अनुज को पीछे से चाकू मार कर उसे मार डाला उतने में लैंडलाइन के फोन की घंटी बजती है!में फोन उठाने गयी तो सिटी हॉस्पिटल से फोन था उन्होंने कहा मैडम आपका मोबाइल बंद आ रहा था!इसलिए मिस्टर राघव के फ़ोन से आपका ये लैंडलाइन का नंबर मिला तो फ़ोन किया ये बताने के लिए मिस्टर राघव यहाँ हॉस्पिटल में है उनका बहूँत बड़ा एक्सीडेंट हूँआ हैं!मैने कहा ये आप क्या कह रहैं हैं राघव तो यहाँ इतना बोलते ही में पीछे मुड़ी तो अनुज की लाश थी पर राघव वहां नहीं था!ये क्या कह रहैं हो आप मेडम आप जल्दी यहाँ पहोचिये इतना बोलते ही फोन कट गया और में सीधे हॉस्पिटल के लिए निकल गयी!में वहा पहोची तो डॉक्टर'स ने कहा आई ऍम सॉरी एक्सीडेंट इतना बडा था और खून भी काफी बह चुका था मिस्टर राघव को बचाना नामुमकिन था.वो हॉस्पिटल पहोचने से पहली ही मर चुके थे!

कोर्ट में माँ पापा ने ये साबित कर दिया कि अनुज ने मुझे मारने की कोशिश की थी और हाथापाई में चाकू अनुज को लगा और उसकी मौत हो गयी.में एक पल में बिखर गयी सब कुछ खत्म हो गया था.एक हफ्ता हुआ हैं आज राघव को गए पर मेरे लिए ज़िन्दगी जैसे थम सी गयी है जिंदगी तो है पर जीने की चाहत नहीं रही.फिर सोचती हूँ कि अगर मैं ऐसा करुगी तो ये गलत होगा क्यों की ये ज़िन्दगी राघव की दी हुई हैं इसलिए इसे जीने का फैसला किया है उसकी यादो के साथ मगर खुश.में तो उसी दिन मर जाती अगर राघव मुझे नहीं बचाता.अगर राघव मर चूका था तो उस दिन जो आया था वो कोन था?डॉक्टर्स के हिसाब से राघव की मौत एक्सीडेंट के वक्त हो गयी तो मुझे बचाने क्या राघव की आत्मा आई थी? में सिया में तो समझ गयी हूँ अगर आप भी इस कहानी को समझना चाहते हैं तो इसे प्यार की दृष्टि से देखिये विज्ञानं की दृष्टि से देखेंगे तो कभी नहीं समझ पाएगे.

में सिर्फ इतना जानती हूँ की कुछ लोग सिर्फ कहने के लिए कह देते हैं की में तुम्हैं तन मन और आत्मा से प्यार करता हूँ लेकिन राघव ने उस दिन इस बात को साबित किया था! यही राघव और सिया की कहानी पूरी होती है या फिर अधूरी?आपको क्या लगता हैं प्रेमकहानी पर अधूरी या पूरी.


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Romance