Dr. Pooja Hemkumar Alapuria

Drama

5.0  

Dr. Pooja Hemkumar Alapuria

Drama

पाती रंगीली के नाम

पाती रंगीली के नाम

3 mins
267


प्रिय सखी,

विवेकी चींटी I

     काफी अरसा हुआ, तुमसे मिले I सोचा थोड़े दिन तुम्हारे साथ व्यतीत करूँ I इसलिए अगले सप्ताह मैं तुमसे मिलने आ रही हूँ I तुमसे गुजारिश है कि मेरे रहने तक तुम अपने आपको पूरी तरह से मुक्त रखना I तुम्हारी व्यस्तता हमारी दोस्ती में खलल बनेगी I तुम से मिलने पर खूब सारी बातें करनी हैं I कुछ तुम कहना और कुछ मैं I देखते ही देखते समय चुटकियों में बीत जाएगा I बाकी बातें मिलने पर ...I

तुमसे मिलने के इंतजार में !


तुम्हारी सखी,

रंगीली चींटी I 



विवेकी चींटी अपनी सखी रंगीली का पत्र पढ़कर बहुत खुश होती है I एक लम्बे अरसे के उपरांत दोनों मिलेंगे, यही सोच उसकी ख़ुशी का पारावार न रहा I मगर एक ओर रंगीली के आने की ख़ुशी तो दूसरी तरफ उसके आने पर पर्याप्त समय न दे पाने की मायूसी I विवेकी असमंजस में थी आखिर करें तो क्या करें ? बहुत सोच विचार कर उसने रंगीली के नाम पाती लिखने का निश्चय किया I बहुत ही विवेकता, समझदारी, सहजता और बिना ठेस पहुँचाए शब्दों से विवेकी अपनी सखी रंगीली के नाम पाती लिखती है :



प्रिय रंगीली,

     कल ही तुम्हारा पत्र मिला I तुम्हारे आने की बात पढ़कर बहुत ही प्रसन्नता हुई I दोस्तों से मिलना और गपशप करने में जो आनन्द है वह और कहीं कहाँ ? सचमुच एक लम्बे अरसे से हम मिले नहीं I मैंने तो आस – पास की सभी सहेलियों को तुम्हारे आने की खबर भी दे दी है I मेरी तरह उन सबकी भी उत्कृष्ट इच्छा है कि तुम से मिलें और हम सब ढेरों बातें करें I

     रंगीली कैसे लिखूँ समझ नहीं आ रहा I क्षमा चाहती हूँ कि तुम्हारे आने पर मैं तुम्हें पूरी तरह से समय न दे पाऊँगी I पिछले कुछ दिनों से माँ और पिता जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और थोड़े ही दिनों में बारिश आने वाली है I अगर बरसात से पूर्व खाद्य सामग्री का प्रबंध न किया गया तो आने वाले समय में ...I अस्वस्थ होने के कारण माँ –पिता जी में इतना सामर्थ्य नहीं है कि वे भोजन संग्रह करें I मेरे सभी भाई-बहन भी मुझसे काफी छोटे हैं I वे अभी इस काबिल नहीं की भोजन संग्रह में मेरी किसी भी तरह से मदद कर सकें I इसलिए परिवार और भोजन संग्रह करने की सारी जिम्मेदारी मुझपर ही है I

     मैं आशा करती हूँ कि तुम मेरी समस्या समझोगी तथा माँ–पिता जी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना भी करोगी I मैं तुम्हें आश्वासन देती हूँ कि बरसात समाप्त होने पर मैं तुमसे मिलने आवश्य आऊँगी I


तुम्हारी चहेती सखी,

विवेकी चींटी I                                   





Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama