मिक्कू
मिक्कू
रिसेस की घंटी बजी। सभी बच्चे क्लास से बाहर निकलते हैं। कुछ हाथ धोने तो कुछ कैंटीन, कुछ अपने भाई-बहन की क्लास से अपना टिफ़िन लेने, तो कुछ स्कूल के मेन गेट पर अपना टिफ़िन लेने। इतने में रोमा मिस क्लास में आती है। देखती है पूरी क्लास में मिक्कू अकेला बैठा है। जैसे ही मिक्कू ने देखा कि रोमा मिस है तो अपना टिफ़िन छुपाने लगा।
रोमा मिस समझ गई, जरूर कुछ गड़बड़ है। वह मिक्कू के पास गई और पूछा, “मिक्कू आज तुम्हारे टिफ़िन में स्पेशल क्या है ?”
मिक्कू अपना टिफ़िन छुपाने लगता है। नहीं-नहीं ! कुछ भी स्पेशल नहीं है मिस। बस sss.....!
“बस, क्या मिक्कू ?”
मिस आज... मैं टिफिन में ..में ..I
“बोलो ! मैं क्या ?”
मिस मैं बिस्किटस लाया हूँ।
तो इसमें इतना छिपाने की क्या बात ?
(कुछ घबराते हुए) आप विज्ञान की टीचर है और .....I
मिक्कू चुप क्यों रह गए ? बोलो।
मिस मुझे टिफिन में चपाती-भाजी, दाल-राइस, पुलाव आदि बिलकुल भी पसंद नहीं है। माँ हर रोज टिफिन रखते समय यह कहती है, “ ये लो तुम्हारा संतुलित और पैष्टिक टिफिन।”
लेकिन हर रोज़ मैं अपना टिफिन दोस्तों को बाँट देता हूँ। वे बड़ा स्वाद लेकर ....I
तो मिक्कू आज तुम्हारा संतुलित और पौष्टिक टिफिन किधर है ?
मिस मैं हर रोज़ माँ से यही कहता हूँ कि मुझे भी अन्य बच्चों की तरह कैंटीन का खाना पसंद है। मैं उन से पैसे मांगता हूँ, तो वह मना करती हैं। आज उन्होंने मेरी इस हरकत की वजह से मेरे लिये टिफिन नहीं बनाया।
तो तुम्हारे टिफिन में ये बिस्किटस.....?
दीदी ने रखें ....I
मिक्कू तुम दुनिया के सबसे लक्की बच्चों में से हो।
वो कैसे मिस ? मुझे तो नहीं लगता।
नहीं ! ऐसा नहीं है। तुम्हारी माँ हररोज बड़े प्यार से तुम्हारे लिए जल्दी उठकर ताज़ा और पौष्टिक खाना बनती है, ताकि तुम कभी अस्वस्थ न हो इसलिए ....I एक बात और, तुम्हें पाता है कि पूरे स्कूल में तुम उन गिने-चुने छात्रों में हो जो पिछले कई सालों से क्लास में कभी अनुपस्थित नहीं हुए और न ही बीमारी के कारण जल्दी घर गए हो।
इस बात का पूरा श्रेय तुम्हारी मम्मी को ही जाता है। जो तुम्हें जी-जान से स्नेह करती और यही चाहती है कि तुम सदैव स्वस्थ रहो और जीवन की हर परीक्षा में अव्वल आते रहो। स्कूल में होने वाली सभी प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करो।
रोमा मिस टिफिन की वजह से कैसे ?
घर में बना खाना संतुलित और पौष्टिक आहार होता है। उस खाने में किसी तरह के रासायनिक पदार्थों और रंगों का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए तुम्हारे टिफिन में वे सभी पोषक तत्व होते है जो एक संतुलित भोजन में होने चाहिए।
संतुलित, पौषक तत्व ......? मैं समझा नहीं मिस।
हमारे शारीर के लिए प्रोटीन, विटामिन, वसा, खनिज, कार्बोहाइड्रेट आदि की आवश्यकता होती है। इन तत्वों में किसी एक का भी संतुलन बिगड़ने पर हम बीमार पड़ सकते हैं।
मिस ये सभी पौषक तत्व हमें किससे मिलते हैं ?
प्रोटीन दाल, दूध, दही, मछली, अंडा, अनाज, हरी सब्जियों आदि में मौजूद रहते हैं, जो हमारे शारीरिक विकास के साथ-साथ मांसपेशियों व हड्डियों को भी मजबूत बनता है। विटामिन कई प्रकार के होते हैं – विटामिन ए, बी, सी, ई और के। इन विटामिन के भी अपने कई प्रकार हैं। विटामिन किन खाद्य पदार्थों से मिलता है, मैं तुम्हे बताती हूँ – दूध, मक्खन, टमाटर, नीबू, खट्टे रसीले फल, सूरज की किरणें, सोयाबीन, सेब, मूली, गाजर, मांस आदि।
रोमा मिस की ज्ञानवर्धक बातें सुन मिक्कू की जिज्ञासा बढ़ने लगी। जिज्ञासापूर्वक मिस से कहता है, “मिस कार्बोहाइड्रेट और खनिज के बारे में भी कुछ बताओ न।”
तो सुनो मिक्कू कार्बोहाइड्रेट गुड, शक्कर, शकरकंदी, शहद, आलू, सिंघाड़ा, अंगूर, आम आदि में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। ये सभी तत्व हमें उर्जा प्रदान करते हैं। और रही बात खनिज की, तो खनिज पालक, केला, पनीर, बाजरा, मूंगफली, अंडे, नमक, हरी सब्जियों आदि में पाया जाता है। इन खनिज तत्वों से हमें आयोडीन, कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और सोडियम मिलता है। आयोडीन घेंघा रोग से बचाता है, कैल्शियम हमारे दांतों की मजबूती को बरकरार रखता है, फास्फोरस हमारी हड्डियों के लिए अति आवश्यक है। यह हमारी हड्डियों को कमजोर नहीं होने देता। हमारे शारीर में बहने वाले रक्त को हिमोग्लोबिन लोहइ से ही मिलता है। सोडियम हमारे शारीर में उचित जल संतुलन बनाये रखने में मदद करता है, इतना ही नहीं यह ह्रदय कि धड़कन को सामान्य बनाये रखने में भी मदद करता है।
मुझे तो पता ही न था कि माँ जो खाना हमें रोज परोसती है, उस खाने में प्रोटीन, विटामिन, खनिज आदि छुपे होते हैं। मिस आज ........ज ...I
टन–टन–टन रिसेस ख़त्म होने की घंटी बजती है।
(ख़ुशी से ) मिक्कू अपनी बात पूरी करते हुए, “थैंक्स रोमा मिस ! आज सिर्फ आपकी वजह से मुझे खाद्य पदार्थो के विषय में इतनी गहन जानकारी मिली। घर पहुंचकर सबसे पहले माँ से सॉरी कहूँगा। मैं उनके स्नेह और अपनत्व को न समझ सका। बिना वजह ही माँ के साथ दुर्व्यवहार किया। मैं आपसे वादा करता हूँ कि आज के बाद बाहर के खाने के लिए माँ से जिद्द नहीं करूँगा और (मुस्कुराते हुए) अब से रिसेस में सिर्फ संतुलित एवं पौष्टिक टिफिन ही रहेगा। अपने दोस्तों को भी इसकी जानकारी दूँगा। वे संतुलित और पौष्टिक भोजन का ही सेवन करें, ताकि वे भी कभी बीमार न पड़े।”