मस्त राम ने आलू ग़ज़ल फ्राई बनाया
मस्त राम ने आलू ग़ज़ल फ्राई बनाया


मस्त राम की दो ही कमज़ोरियाँ थी,आलू फ्राई और ग़ज़लें. आइये, उनसे लेते है उनकी रेसिपी...
" आलू धो कर लम्बे काट लीजिये.
अब इन्हे थोड़ी देर के लिए भूल जाईये
फेस बुक में तीन चार लाइक कीजिये
दी पी को ज़रूर बदल दीजिये
आलू अब तक बोर हो चुके होंगे!
एक चपटी पतीली में थोड़ा सा ओलिव या कोई भी आयल डालिये
थोड़ा सा जीरा धनिया पाउडर और मिर्च पाउडर डालिये!
(उस ग़ज़ल का क्या होगा जो कल से सोच रखा था आपने यू ट्यूबसे डाउनलोड करनी थी ?)
ग़ज़ल को सेलेक्ट कर के आलू के टुकड़े पतीली में डालिये
( यह डोर बेल को भी अभी बजना था )
धीरे धीरे ग़ज़ल को नहीं नहीं ,आलू को फ्राई कर लीजिये.
यूट्यूब अब तक रेडी हो गयी होगी
इसे प्यार से क्लीक कर के ाड़छि निकाल लीजिये.
अब तक आलू काले न हुए हों तो धीरे से प्यार से गैस बंद कर दीजिये।
ऍफ़बी पर अब तक लाइक के जवाब आ चुके होंगे. उन्हें इग्नोर बिलकुल न करिये
उन्हें चेक कर के आलू निकाल लीजिये
( स्माइल तो बिलकुल मत कीजिये. अकेला आदमी स्माइल करता पागल ही लगता है
और खिड़की की तरफ तो बिलकुल मत देखिये,उसकी तो पिछले महीने इंगेजमेंट हो गयी )
अब ग़ज़ल फ्राई..नहीं आलू फ्राई को ब्रेड के साथ पेश कर दीजिये पर पहले फोटो ले क्र और पोस्ट करने के बाद। .
हो सके तो चाट मसाला भी डाल दीजिये, टोमेटो केच अप भी ,चाहें तो। . (ठंडी या गरम चाय काफी भी पेश कर सकते है. )
क्या कहा ,नमक डालना भूल गए ? ग़ज़ल के साथ नमक की तो कोई ज़रूरत नहीं है न।"