मेरा जन्मदिन
मेरा जन्मदिन
घर में तैयारियाँ चल रही थी। सुबह से घर की सफाई की जा रही थी। घर के नाम पर एक कमरा जो रसोई घर के साथ जुड़ा हुआ था, वहाँ मम्मी खाना पकाने के लिए कमर कस चुकी थी। पापा ने कागज की झालरों और गुब्बारों से घर की दीवारों को सजा दिया था और कागज की झालर से लिख दिया था - हैप्पी बर्थ डे।
उस दिन घर पर बहुत सारे लोग आ रहे थे। सबके आ जाने के बाद मम्मी केक लेकर आई, जिस पर लिखा था हैप्पी बर्थडे ‘अमन।’
उस दिन मैं बहुत खुश थी कि मेरा और भैय्या का जन्मदिन एक ही दिन मनाया जाता है क्योंकि, मैं यह नहीं जानती थी कि मेरा जन्मदिन किसी और दिन को होता है। मम्मी के केक लाने के बाद हम दोनों भाई-बहन ने मिलकर केक काटा।
जन्मदिन का उत्सव खत्म होने के बाद मैं अपने उपहार छांट कर उन्हे खुशी खुशी देख रही थी, बिना यह समझे कि मेरा जन्मदिन बाद में आयेगा। मेरा यह आभास आने वाले कई सालों तक बना रहा लेकिन मैं अपना वह जन्मदिन कभी नहीं भूल सकती।