किताबें ही किताबें थी और किताबों पर बहुत सी धूल जमी हुई थी किताबें ही किताबें थी और किताबों पर बहुत सी धूल जमी हुई थी
"कुछ महीने बाद अम्मा जी को एक भयानक बीमारी ने जकड़ लिया, सारे बदन में घाव हो गया "कुछ महीने बाद अम्मा जी को एक भयानक बीमारी ने जकड़ लिया, सारे बदन में घाव हो गया
आज हम भी इस प्लास्टिक के सामान को विदाई देंगे आज हम भी इस प्लास्टिक के सामान को विदाई देंगे
बस अब आप परेशान ना हो, अभी पानी उतर जायेगा ! बस अब आप परेशान ना हो, अभी पानी उतर जायेगा !
लिखना, पढ़ना, सिलाई, कढ़ाई सब कुछ। लिखना, पढ़ना, सिलाई, कढ़ाई सब कुछ।
धूप हवा पानी की ताकत से लड़कर ही असली श्रमजीवी बन सकते हो।" धूप हवा पानी की ताकत से लड़कर ही असली श्रमजीवी बन सकते हो।"