"कुछ महीने बाद अम्मा जी को एक भयानक बीमारी ने जकड़ लिया, सारे बदन में घाव हो गया "कुछ महीने बाद अम्मा जी को एक भयानक बीमारी ने जकड़ लिया, सारे बदन में घाव हो गया
महका महका सा रहता है दिल के गुलशन का कोना। महका महका सा रहता है दिल के गुलशन का कोना।
दोनों के जाते ही अम्मा जी दहाड़ें मार कर रोने लगीं। दोनों के जाते ही अम्मा जी दहाड़ें मार कर रोने लगीं।
जो मांजी अछूत समझ कर रामू को हिकारत की नज़र से देखती थी वो अब अपने एक्सीडेंट और रामू के खून देने व से... जो मांजी अछूत समझ कर रामू को हिकारत की नज़र से देखती थी वो अब अपने एक्सीडेंट और र...
इससे ज्यादा कुछ नहीं। हाँ, वे कभी हँसते दिखे हैं तो बालक ध्यांगी के साथ। इससे ज्यादा कुछ नहीं। हाँ, वे कभी हँसते दिखे हैं तो बालक ध्यांगी के साथ।
बस माधुरी ने आव न देखा ताव और उसने नाद में अपना मुंह डाल दिया।और सपड़-सपड़ माड़ पीने लग बस माधुरी ने आव न देखा ताव और उसने नाद में अपना मुंह डाल दिया।और सपड़-सपड़ माड़ ...