किसन ने लिखा "मेरी माँ" किसन ने लिखा "मेरी माँ"
यहां ये भगवान भी हमारी ही तरह, केवल एक निर्जीव बुत बना ही तो नही खड़ा है। यहां ये भगवान भी हमारी ही तरह, केवल एक निर्जीव बुत बना ही तो नही खड़ा है।
उनके चेहरों पर मुस्कुराहट देखकर मन खुश हो गया। उनके चेहरों पर मुस्कुराहट देखकर मन खुश हो गया।
ददा और फुलबसिया दादी एक दुसरे से बहुत प्यार करते थे, दादी उन्हें बीच रह छोड़ कर चली गयी, उन्हें बहुत... ददा और फुलबसिया दादी एक दुसरे से बहुत प्यार करते थे, दादी उन्हें बीच रह छोड़ कर ...
दोनों ने बराबर समय दिया है। बराबर मेहनत की इसलिए मजदूरी भी दोनों को बराबर होगी। दोनों ने बराबर समय दिया है। बराबर मेहनत की इसलिए मजदूरी भी दोनों को बराबर होगी।
। विभिन्न क्षेत्रों में एक महिला को पुरुषों से कम मेहनताना मिलता है। । विभिन्न क्षेत्रों में एक महिला को पुरुषों से कम मेहनताना मिलता है।