फ़िर ये तुम जो परवाह करते हो, ये प्यार ही तो है, तुम शायद अभी तक अनजान हो। फ़िर ये तुम जो परवाह करते हो, ये प्यार ही तो है, तुम शायद अभी तक अनजान हो।
अभी भी यह लिखते हुए मेरी आंखों से अनवरत आंसू बह रहे हैं। अभी भी यह लिखते हुए मेरी आंखों से अनवरत आंसू बह रहे हैं।
पता नहीं कुछ बढ़िया लोगों के साथ खुदा ऐसे कैसे कर पाता है। पता नहीं कुछ बढ़िया लोगों के साथ खुदा ऐसे कैसे कर पाता है।
अगर मंजूर हो तो चल आजा। नहीं तो फूट यहां से, खूसट कहीं का" "हमें मंजूर है" । दिलावर न अगर मंजूर हो तो चल आजा। नहीं तो फूट यहां से, खूसट कहीं का" "हमें मंजूर है" ।...
शायद वे अपनी अपनी कहानी और उन खट्टी मीठी यादों में खोना चाहती हो.... शायद वे अपनी अपनी कहानी और उन खट्टी मीठी यादों में खोना चाहती हो....
बस अब आप परेशान ना हो, अभी पानी उतर जायेगा ! बस अब आप परेशान ना हो, अभी पानी उतर जायेगा !