पता नहीं कुछ बढ़िया लोगों के साथ खुदा ऐसे कैसे कर पाता है। पता नहीं कुछ बढ़िया लोगों के साथ खुदा ऐसे कैसे कर पाता है।
कब बेटियों को आज़ादी मिलेगी इस भेदभाव से कब उन्हें बराबर समझा जाएगा। कब बेटियों को आज़ादी मिलेगी इस भेदभाव से कब उन्हें बराबर समझा जाएगा।
उसके सपनों को उसके बाबा ने आज पंख दे दिए थे। उसके सपनों को उसके बाबा ने आज पंख दे दिए थे।
सपनों को जीते हुए एक नई उड़ान भरूँगी। चल माँ को बताते हैं, वे काम पर गई होंगी। “ सपनों को जीते हुए एक नई उड़ान भरूँगी। चल माँ को बताते हैं, वे काम पर गई होंगी। ...
हालांकि बड़े होने के बाद उसे सिनेमा के सच का पता चल जाता है, और वह अपने आप पर खूब हंसता हालांकि बड़े होने के बाद उसे सिनेमा के सच का पता चल जाता है, और वह अपने आप पर खू...
लालच से सबका मन मचला है, क्या खूब ज़माना बदला है। लालच से सबका मन मचला है, क्या खूब ज़माना बदला है।