मौन
मौन
पूजा रातभर करवटें बदलती रही।
उसने आख़ीरकर चुप्पी साध ही ली।
पूजा का वह एक मौन, ससुराल में
उसे दे गया जिंदगी भर की वाह वाही।
और उसकी नन्हीं सी बेटी को
उम्र भर का ख़ौफ़नाक मौन।
जो अबतक चिल्ला रहा था
“चाचू मुझे छोड़ दो, प्लीज़ मुझे छोड़ दो।”
पूजा रातभर करवटें बदलती रही।
उसने आख़ीरकर चुप्पी साध ही ली।
पूजा का वह एक मौन, ससुराल में
उसे दे गया जिंदगी भर की वाह वाही।
और उसकी नन्हीं सी बेटी को
उम्र भर का ख़ौफ़नाक मौन।
जो अबतक चिल्ला रहा था
“चाचू मुझे छोड़ दो, प्लीज़ मुझे छोड़ दो।”