मैं हूँ राष्ट्र धरोहर हिंदी
मैं हूँ राष्ट्र धरोहर हिंदी


मुझे अपनाने में शर्माते हो,
अंग्रेजी धड़ल्ले से बोल जाते हो I
मैं हूँ राष्ट्र धरोहर भाषा हिंदी,
आखिर मुझसे दूर तुम क्यों जाते हो?
बहुत प्यारी मीठी सरल-सहज हूँ मैं,
बताओ मेरे सिवा ममत्व सा अपनत्व
क्या तुम किसी और भाषा में पाते हो?
मैं हूँ राष्ट्र धरोहर भाषा हिंदी,
मुझसे ही दूर तुम क्यों जाते हो?
मैं हूँ संस्कृति की लाड़ली बिटिया,
मेरे जाने कितने ही भाई - बहनें,
सबसे प्यार मुझे है उतना ही,
माँ भारती के माथे की हूँ मैं बिंदी,
हाँ, हूँ मैं तुम सब की प्यारी हिन्दी
मुझे प्यारी सभी भाषाएं,
तुम फिर दूजे को अपनाकर,
मुझे कैसे भूल जाते हो?
मैं हूँ राष्ट्र धरोहर भाषा हिंदी,
मुझसे ही दूर तुम क्यों जाते हो?