माँ की सीख
माँ की सीख
क्या करती हो बेटा! आज फिर बच्चों को स्कूल भेजने में लेट हो गयी। कितनी बार कहा है कि अपना हर काम पहले से कर के रखा करो। रात को ही पहले से सुबह की कुछ तैयारी कर लो। तभी सुबह जल्दी हो पाएगा। कनिका ने रात को बच्चों को समय पर सुला दिया व सुबह माँ के कहे अनुसार काम पहले से ही कर दिया। बच्चें स्कूल आज समय पर पहुंच गए। कनिका मुस्करा कर सोचने लगी हम कितने भी बड़े क्यूँ न हो जाए माँ के प्यार और माँ की सीख के हमेशा ऋणी रहेंगे।