किताबो में प्रेम
किताबो में प्रेम


अनिकेत 12वी कक्षा में पढता है, उसे बच्चपन से ही किताबे पढ़ने का बहुत शौक है। उसके पास बहुत सी किताबों का संग्रहण भी है। उसके पिताजी अक्सर उसके लिए किताबे लाया करते है। एक बार वह स्कूल से दोस्तों के साथ दूर जंगल में पिकनिक पर गया, उसे वहाँ एक पुस्तकालय दिखता है, जो उसे बहुत आकर्षित करता है, वह उसके अन्दर जाना चाहता है,परन्तु पिकनिक गाइड उसे अन्दर जाने से रोक देता है। वह वापस तो आ जाता है, परन्तु पुस्तकालय को अपने दिमाग से नहीं निकाल पाता है।
कुछ दिनों बाद मोका पाकर वह अकेला वापस उसी पुस्तकालय की ओर चला जाता है,जो उसे बहुत आकर्षित करता है। वहां पहुंचकर उसे ऐसा लगता है, जैसे वह यहाँ पहले आ चूका हो, तभी जोर से हवा चलती है और एक किताब उसके सामने आ गिरती है। उस किताब में हु-बु –हु उसकी जैसी फोटो दिखती है,जो उसे पढ़ने की उत्सुकता बढ़ा देती है। अब वह वही बैठकर उसे पढ़ने लग जाता है,वह किताब एक प्रेम कथा पर आधारित होती है,जिसमे एक चरवाहा को एक राजकुमारी से प्रेम हो जाता था और राजकुमारी भी उससे प्रेम करने लग जाती थी।
वे दोनों अक्सर रात में छुपकर महल के पीछें मिला करते थे, ये पढ़ते-पढ़ते उसे ऐसा लगता है जैसे वह स्वयं पर आधारित कहानी पढ़ रहा हो, वह कहानी को आगे निरंतर करता है जिसमे आगे लिखा होता है की कहानी के दोनों पात्र विवाह करके एक होना चाहते थे, जबकी वे दोनों ये भी जानते थे की ऐसा नहीं हो सकता। फिर भी वे रोज मिलते थे। एक बार उन्हें ऐसे मिलते हुए राजमंत्री ने देख लिया और उसकी शिकायत उसने राजा को कर दी थी। राजा ये सब जानकार बहुत गुस्से में आ गया था , और उन दोनो को जिंदा जलवा देता है,
ये सब पढ़कर वह बेहोश हो जाता है और सपने में उसे लड़की की आवाज सुनायी देती है, जो उसका इन्तजार काफी लम्बे समय से कर रही होती है,वह उसे अपने पास बुलाना चाहती है, तभी उसकी आँख खुल जाती है, अब वह कुछ भी करके उसे पाना चाहता है, यहाँ तक की वह मरकर भी उसे पाना चाहता है, ऐसा सोचकर वह विचार करने लग जाता है की वह अब क्या करे, तभी उसे एक टेबल दिख जाती है,
वह सोचता है की अब वह फांसी लगा लेगा परन्तु उसके पास रस्सी नहीं होती है,अब वह रस्सी को ढूंढने के लिए इधर-उधर घूमता है,तभी उसे एक खाई भी दिखती है,परन्तु वह खाई में नहीं कूदना चाहता है,क्योंकी उसे लगता है की वह खाई में कूदकर नहीं मरेगा, कुछ देर और घुमने के बाद वह परेशान होकर एक पत्थर पर बैठ जाता है,और गुस्से से पत्थर घिशने लग जाता है, तभी पत्थरों के बीच चिंगारी उठती है,जिसे वह जंगल में फैला देता है शायद उसे अपने प्यार को पाने का यही तरीका समझ आता है। अब वह उस भीषण अग्नि में जल कर अपने प्यार को पाने के लिए कुर्बानी दे देता है।