कहानी एक लड़की की ( भाग-4)
कहानी एक लड़की की ( भाग-4)
लोगों के भड़कावे में आ कर सागर अब भटकने लगा था। उसके मन में अब संदेह की बीज उगने लगी थी। वो रात को घर आता और टीना को गाली देना शुरू कर देता। चाहे टीना कितना भी समझने की कोशिश करती पर वो समझने के लिए तैयार ही नहीं था। ऐसे ही समय बीतता गया।
अब सागर टीना को मारने भी लगा था। हर समय सागर बस टीना के परिवार को गाली देता या फिर टीना को मारता रहता। अब बच्ची को तीन महीने पूरे हो गए थे। फिर भी सागर उसके परवरिश के बारे में ना सोच के बस ये सोचता रहता था के ये बच्ची उसकी नहीं है और फिर वापस जाके टीना को मारना शुरू कर देता था।
