इस बीच उनकी बेटी कल्पना ने उनकी इस नोकझोंक पर एक व्यंग्यात्मक रचना लिखकर प्रतियोगिता के लिए पोस्ट भी... इस बीच उनकी बेटी कल्पना ने उनकी इस नोकझोंक पर एक व्यंग्यात्मक रचना लिखकर प्रतियो...
प्रिय डायरी -बेवक्त की मोहब्बत प्रिय डायरी -बेवक्त की मोहब्बत
वही परिपूर्ण अनूदित हिंदी साहित्य प्राप्त करने का अच्छा मार्ग होता है। वही परिपूर्ण अनूदित हिंदी साहित्य प्राप्त करने का अच्छा मार्ग होता है।
"छह मास निंद्रावस्था और छह मास रहे जागते। कैसे होता पुनः मिलन हमारा, तुम ठहरे दशग्रीवा "छह मास निंद्रावस्था और छह मास रहे जागते। कैसे होता पुनः मिलन हमारा, तुम ठहरे दश...
ऐ री सखी, इन थपेड़ों से मैं पीतल से कुंदन बन गयी। ऐ री सखी, इन थपेड़ों से मैं पीतल से कुंदन बन गयी।
उन बादलों से पूछ लेना वो मेरे ख़ैरियत बता देंगे। उन बादलों से पूछ लेना वो मेरे ख़ैरियत बता देंगे।