ऐ री सखी, इन थपेड़ों से मैं पीतल से कुंदन बन गयी। ऐ री सखी, इन थपेड़ों से मैं पीतल से कुंदन बन गयी।
जल ग्रहण करने वाले लोग जल दाता के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं जल ग्रहण करने वाले लोग जल दाता के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं
“चंद्रिका केवल मुझसे प्यार करती हैं और उसे मुझे ही प्यार करना होगा।” “चंद्रिका केवल मुझसे प्यार करती हैं और उसे मुझे ही प्यार करना होगा।”
विकास के लोग नसीम और मतीन को पागलों की तरह ढूंढ रहे थे विकास के लोग नसीम और मतीन को पागलों की तरह ढूंढ रहे थे
"है तो डेढ सौ रुपए का ही मगर बहुत सुंदर है।" "है तो डेढ सौ रुपए का ही मगर बहुत सुंदर है।"