ऐ री सखी, इन थपेड़ों से मैं पीतल से कुंदन बन गयी। ऐ री सखी, इन थपेड़ों से मैं पीतल से कुंदन बन गयी।
अच्छा... पीला दुपट्टा पहली बार तो नहीं पहना तूने... बताती है... या आंटी को बता दूं... सब तेरे और रित... अच्छा... पीला दुपट्टा पहली बार तो नहीं पहना तूने... बताती है... या आंटी को बता द...