कौवा और तोता की काहानी
कौवा और तोता की काहानी
एक जंगल था। उस जंगल में दो दोस्त रहते थे। एक दोस्त का नाम कौवा था। और दूसरे दोस्त का नाम तोता था। तोता बहुत ही सीधा साधा और अच्छा था। और कौवा बहुत ही गुस्सा वाला था। जल्दी ही बरसात की मौसम आने वाली थी। जब तोता अपनी अच्छी घोंसले की तैयारी कर रहा था।
तभी कौवा दिन रात मौज-मस्ती कर रहा था। तभी तोता अपने दोस्त कौवा भाई से कहा तुम भी अपनी अच्छी घोंसले तैयार कर लो। क्योंकि जल्द ही बारिश का मौसम आने वाला था। तभी कौवा ने अपने दोस्त तोते की बात नहीं सुना। और जब बारिश का मौसम आ गया।
और तब पेड़ पर बैठा कौवा भीग रहा था। और ठंडी से कांप रहा था। तभी तोता ने अपने दोस्त कौवा को देखा। और बोला कौवा भाई अगर मेरी बात मान ली होती तो बाद में आज नहीं पछताना होता। और तभी तोता ने जोर-जोर से हंसने लगा। और कौवा को गुस्सा आ गया। और गुस्से में कौवा ने जाकर तोते की घोसल तोड़ दिया। फिर भी तोते ने अपने दोस्त के लिए कुछ नहीं कहा। इसलिए कहते हैं कि कभी किसी की बात माननी चाहिए। और कभी भी किसी के ऊपर गुस्सा और अकड़ नहीं दिखाना चाहिए।
