जुनून
जुनून
इमरान पढ़ने में ध्यान नहीं है तुम्हारा, हर रोज़ खिड़की से बस तुम आर्मी ट्रेनिंग ग्राउंड देखते हो। देखो ना अम्मी कश्मीर की इस ठंड में भी ये हमारी हिफाज़त में जुटे रहते हैं, एक दिन मैं भी इन जैसा बनूंगा।
उसकी अम्मी ने आंसुओं के साथ तिरंगे में लिपटे लेफ्टिनेंट इमरान के इस जुनून को सलामी दी।