हर पल को जी भर जियो
हर पल को जी भर जियो
मैट्रिमोनियल वेबसाइट से एक रिक्वेस्ट आयी थी... जैसा कि मेरा करियर सिर्फ दिल्ली में ही है तो मैं ज्यादातर अपने लिए जो भी शादी के लिए लड़का देखती हूँ कोशिश करती हूँ की वो दिल्ली का हो या दिल्ली में पोस्टेड हो,ताकि उसके और मेरे करियर को लेकर बाद में कोई दिक्कत ना हो, तो बात करती हूँ नए आये रिक्वेस्ट की बात ...चार दिन पहले की बात है किसी हरीश गोस्वामी का रिक्वेस्ट आया था, जयपुर में एक प्रोफेसर के पोस्ट पर काम कर रहा था, एक मैकेनिकल इंजिनियर और P .HD होल्डर। उसका नेटिव प्लेस मध्य प्रदेश था। मैंने रिक्वेस्ट देखी, तो मुझे लगा की यार जयपुर में काम कर रहा और मैं दिल्ली में, काफी दिक्कतें होंगी हमें, मैंने रिक्वेस्ट रिजेक्ट कर दिया, फिर मैंने एक बार और प्रोफाइल चेक की जिसमे लिखा था की जॉब को लेकर वो दिल्ली भी शिफ्ट हो सकता है।
मैंने फिर से रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली, उसका मेसेज आया और फिर हमने नंबर एक्सचेंज किये, फिर उसने उसी दिन रात में कॉल किया, मैं सो रही थी फिर भी मैंने उससे बात की, उसकी बातों से मुझे वो काफी पॉजिटिव लगा। उस दिन बहुत सारी बातें हुई, मैं और हरीश एक दुसरे के साथ काफी कम्फर्टेबल थे,हमने करीब एक घंटें तक उस दिन बातें की. मैट्रिमोनियल साईट पर बहूँत सारें लड़के मिले थे लेकिन पहली बार में जो दिल और दिमाग पर हित कर जाए वो बस हरीश था। मैंने उस दिन उससे बहूँत साड़ी बातें की, लाइफ में क्या करना है क्या नहीं या यूँ कहें अपना पास्ट, प्रेजेंट और फ्यूचर सब डिस्कस किया।
सबकुछ ठीक था, हरीश और मेरे सपने काफी हद्द तक एक जैसे थे, और वो एक ऐसा लड़का था जिसकी कोई ज्यादा डिमांड नहीं, कोई ज्यादा उम्मीद नहीं, जैसे बहूँत ही सिंपल सा लड़का, कैसी भी लड़की के साथ आराम से एडजस्ट कर सकता था। शादी को लेकर उसकी कोई डिमांड थी वो वह यह थी की लाइफ पार्टनर लॉयल हो और उसे समझे। दूसरे दिन हम बात में काफी ज्यादा क्लोज हो गए, उससे बात करके ऐसा लगता था की हम एक-दूसरे को काफी टाइम से जानते हो.कल रात हरीश ने बोला की हमारी शादी हो या न हो लेकिन मुझे तुम एक दोस्त के तरह ज़िन्दगी भर चाहिए, मैंने समझाया की शादी क बाद किसी और से दोस्ती का कोई मतलब नहीं होता बेकार के रिश्तें ख़राब हो जाते हैं, उसने जिद किया की मैं कुछ नहीं जानता ,तुम मुझे चाहिए, ताकि मैं तुमसे बात कर सकूं, मैंने भी उसकी बात टालने को बस हां कह दिया।
दोस्तों पहली बात तो यह कहना चाहूंगी कि ज़िन्दगी बहुत छोटी है, मालूम नहीं कल क्या होगा, सबकुछ तो नहीं मिल सकता ज़िन्दगी में, हम चाहते कुछ और है होता कुछ और है, इसलिए जो दिल को सुकून दे, जिसके साथ आप अपने आपको अच्छा महसूस करें उस इन्सान के साथ ज्यादा से ज्यादा टाइम स्पेंड करें,लाइफ में हर दिन कितने लोग मिलते हैं और कितने लोगों का साथ छुट जाता है, कई बार तो ऐसा होता है हमें कई लोगों का नाम तक याद नहीं रहता, लाइफ का क्या है, जो होना होगा हो जायेगा, जिसे मिलना होगा मिल जायेगा और जिसे जाना होगा चला जायेगा, इसलिए हर पल को जी भर जियो, क्यूंकि कोई नहीं जानता शायद कल हो न हो।
