हिम्मत
हिम्मत
रेहान सुधर चुका था, उसने कसम खा लिया था" अब वह किसी के साथ ना ही मजाक करेगा ! और ना ही दोस्तों के बहकावे में आएगा।
उसकी गलती की सजा उसे मिल चुकी है, तीन साल जेल में रहकर !!! अब वह किसी को परेशान नहीं करता, बल्कि" !! परेशान करने वालों को अच्छा सबक सिखाता।
उसने सोहिनी से माफी भी मांगी, सोहिनी जो सुबह से डर रही थी रेहान के छूटने से".....!!!!!! वह आश्चर्यचकित रेहान को देख रही थी।
रेहान का बदलाव सुहानी के मन को सुकून दे रहा था, उसका डर गायब हो चुका था।
तीन साल पहले.........
उसके मजाक का हद "......!!!! इतना बढ़ गया था, कि अब वह उसके कंधों पर हाथ भी रख देता था।
पहले तो सिर्फ दूर से ही छींटाकशी करता था"..!!
शायद सोहिनी की चुप्पी ही "....!!! उस गुण्डे रेहान को बढ़ावा दे रही थी ।।
उसे क्या पता था उसका मजाक "....!! उस पर भारी पड़ जाएगा "!! और सोहिनी की चुप्पी भी तूफान आने से पहले की शांति है।
आज जैसे ही उसने, सोहिनी के कंधे पर हाथ रखा " सोहिनी का दुपट्टा नीचे गिर गया "!!! अब तो वहां और दूर से देख रहे उसके दोस्त, हंसने लगे ।
अब सोहिनी को मौका मिल गया था , बदला लेने का "..., उन लोगों को हंसते हुए मगन देख "... सोहिनी ने झट पुलिस को इनफॉर्म कर दिया और !!!!
दो-तीन थप्पड़ रसीद कर दी रेहान को। अचानक झटका लगा रेहान को, ऐसा भी हो सकता है "... उसे उम्मीद ना थी ।
रेहान तनमना गया ! तुम्हारी इतनी हिम्मत ? अब देख मैं क्या करता हूं ! बदहवास रेहान! सोहिनी को जब तक कुछ कर पाता ,"....! तब तक पुलिस आ चुकी थी ।
बरखुरदार ! यहां कुछ करने की गलती मत करना " यहां जो भी करना है हम करेंगे .....! तुम्हें जो करना वह जेल में करना।
इतना कह पुलिस रेहान को पकड़ कर ले गई , उसे तीन साल की सजा हुई थी। अब रागिनी स्वतंत्र आती जाती थी लेकिन ! अब भी उसके मन में डर था।" तीन साल बाद रेहान छोड़कर आएगा तो क्या करेगा।
उसके मजाक और छिछोरे पन ने आज उसे जेल पहुंचा दिया।
(आजकल ऐसे लोग हर जगह मिल जाते हैं बस जरूरत है उनसे सतर्क और सुरक्षित रहने की और हर कोई सजा पाने के बाद सुधर ही नहीं जाता कुछ लोग और आक्रामक हो जाते हैं)