गायब
गायब
गांव के बगल में एक पुरानी हवेली थी, जिसे लोग भूतिया मानते थे। एक दिन, गांव का सबसे निडर लड़का, राजू, हवेली के अंदर जाने का प्लान बनाता है। सभी गांव वाले उसे मना करते हैं, लेकिन वह नहीं सुनता।
रात को, राजू हवेली में दाखिल होता है। अंधेरे में, वह एक पुरानी किताब पाता है और उसे खोलता है। जैसे ही वह पढ़ता है, अचानक खिड़कियों पर तेज दस्तक होती है। राजू घबरा जाता है, लेकिन जिज्ञासा उसे और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
किताब में एक रहस्यमय नक्शा था, जो उसे एक छिपा खजाना की ओर ले जाता है। जैसे ही वह नक्शे के अनुसार बढ़ता है, उसकी आंखों के सामने एक छाया प्रकट होती है। राजू तेजी से एक पुराने कमरे में पहुंचता है, जहां उसे एक सोने का बक्सा मिलता है।
लेकिन बक्सा खुलने से पहले, वह छाया फिर से प्रकट होती है और कहती है, "जो खो गया है, उसे दोबारा पाने के लिए कीमत चुकानी होगी।" राजू को यह समझ में आ जाता है कि असली खजाना उसके साहस में है, और वह बिना खजाने के वापस गांव लौट जाता है।
इस रात ने उसे यह सिखाया कि कुछ रहस्य ऐसे होते हैं, जो आपकी जिंदगी को बदल सकते हैं।

