Bhagyashri Chavan Patil

Classics Inspirational

3.9  

Bhagyashri Chavan Patil

Classics Inspirational

एक सुकून भरी शाम

एक सुकून भरी शाम

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“गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः । गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥”

 अर्थात् गुरु ही ब्रह्मा हैं,जो अपने शिष्यों को नया जन्म देता है, गुरु ही विष्णु हैं जो अपने शिष्यों की रक्षा करता है, गुरु ही शंकर है; गुरु ही साक्षात परमब्रह्म हैं; क्योंकि वह अपने शिष्य के सभी बुराईयों 

और दोषों को दूर करता है।ऐसे गुरु को मैं बार-बार नमन करती हूँ।

'गुरु' शब्द संस्कृत के शब्द "गु" और "रु" से बना है, जिसका अर्थ है अंधकार को दूर करने वाला और प्रकाश पैदा करने वाला।।

३ जुलै २०२३ गुरुपौर्णिमा एक यादगार शाम जिसमें सब लोग भक्ति के लेहर में समा गए थे अद्भुत अवसर और सुकून भरी शाम ऐसी शाम का छोटासा हिस्सा बनना भी बहुत बड़ी बात है ख़ुद को रोज की बीती बिताई दिनों से भगवान को सबकुछ सोप देना ससतंग भजन कीर्तन सबका एक मेल बनाकर एक ही धुन में खुद को खो देना.. बहुत सारी तैयारियां २०० लोग और चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट गुरु पौर्णिमा यानी गुरु को याद करना उनको नमन करके उनको अभिवादन करते हुए एक अच्छी सी भेट देना.. और एक ऐसी जगह जो अपना घर सा लगता है बस यहां का काम सेवा लगता है मन को शांति देता हैं वहां जाने से पहले ही बहोत सारी सावलो के जवाब यूहीं मिल जाते हैं। आज तक ज़िन्दगी जीते आए हैं अब खुद को थोड़ा और खास बनाकर ख़ुद को और दिन भर दिन बेहतरीन बनाते हैं गुरु के साथ ख़ुदको भी नमन कर ख़ुद का महत्व बताते हैं।

Art Of Living - Belagavi Centre यह ऐसी जगा है जहां लोग एक दूसरे के साथ वक्त बिताने के लिए चले आते हैं जो गुरुदेव ने यह जगह वहां के लोग जो मिले हैं उसके लिए सौभाग्य की बात हैं जहां ख़ुद मेरे भगवान हां भगवान ही Gurudev Sri Sri Ravi Shankar जी ख़ुद आकर इस जगह को पावन कर सब को जो जहां चाहा वो मिला दिया है यहां सिर्फ़ हसी मजाक मस्ती गाने बहुत सारी चीज़ें जानना कुछ अच्छी जानकारी हासिल करना अपना ज्ञान दूसरो को बांटना थोड़ा ध्यान करना मन का खयाल कर बस खुश रहना यहीं हमारा उद्देश्य है उस दिन को और आते ऐसी खूबसूरत जिंदगी का मतलब बताने के लिए में Harshad Patravali भय्या ह Sejal Patravali दीदी Smita Mathur दीदी @deepali di इनसे मिल जिंदगी जीने का नया तरीका उनहोंने सिखलाया बतलाया उनका आभार।। आज जो भी हैं बस उनकी वजह से है उनका जिंदगी में होना जीने का मकसद और भी बदलता रहता है कुछ तो करना है तो बस उनके लिए करना है ऐसा लगता है हमारे लिए Art Of Living - Belagavi Centre यह जगह बनाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद जहां हम लोग क्या कहेंगे बल्कि मुझे क्या लगता है ऐसी सोच से खुले आसमान में सास भरने की जगह देने के लिए घर के बाद यहीं एक जगह हैं जो सुकून दे जाती हैं ख़ुद की नजर में और उंचा देखने की इच्छा पूरी होती हैं आपके साथ रह कर जिंदगी का सफर और भी सुकून भरा और अच्छा रहता है आपका और हमारा साथ बस यूहीं चलता बढ़ता रहे बस यहीं खवाईस है और भी लोग है।

जो इस परिवार का हिस्सा है ये लोग गुरु है तो वो लोग साथ निभाने वाले साथी है उनका होना भी जरूरी हैं वरना जिंदगी का मजा नहीं है।

गुरुपौर्णिमा एक दिन नहीं होती बल्कि रोज होती हैं कोइ ना कोई हर रोजाना जिंदगी में कुछ ना कुछ सिखलाते हैं बस यह एक ही दिन नहीं बहुत सारे लोग रोज अपनी जिंदगी बदलकर चले जाते है यहां का सेंटर ऐसी चीज है जो लोगों को जीना सीखा देती हैं बाहर से सभी खुश नजर आते हैं यहां अंदर से खुश रहने की कोशिश हर रोज होती हैं।। अपनी जिंदगी में रोज का काम आपने बलबूते पर खड़े रहना ना बल्कि तरक्की की सीढ़ियां बढ़ती जाती हैं यहां तीन S आपके जिंदगी को पूरी तरह से बदल देते हैं साधना सेवा और ससतंग बहुत सारे कोर्स बहुत सारे पोग्राम हर महीने चलते आते हैं और यहीं सेंटर बढ़ता चला आ रहा है और गुरुपौर्णिमा का दिन एक अद्भुत अवसर बन चला आया था जैसे कहा जाता लाइफ इज फूल ऑफ सेलिब्रेशन आज तक बस सुना था आज और ६ फेब्रुवारी को हम सबने महसूस किया था।। कोई बात बताने से अच्छा उसे एक बार यहां आ कर उसको महसूस करने की बात ही कोई और है जिसका अनुभव सबको लेना है इसमें कुछ नहीं है अच्छाई की ताकद हैं जो सबको साथ लिये चलती हैं कुछ बात हैं The Art of Living इस संस्था में जो आदमी को हर एक दिन बेहतर बनाने की कोशिश करती हैं बस ख़ुद ही नहीं ख़ुद के बाकी लोगों को भी इस खुशी का राज बता के उनकी भी जिंदगी खुशियां ही खुशियां भर देते हैं।

This is just a beginning


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