दोस्ती
दोस्ती
शिवन्या और निहारिका बारहवीं की छात्रा थी। जो एक ही विद्यालय मे पढ़ती थी।
दोनों एक ही कक्षा मे थी, पर बातचीत उनकी नहीं होती थी, निहारिका कक्षा की मॉनिटर थी और स्वाभाव की भी अच्छी थी। शिवन्या शांत स्वाभाव की लड़की थी वो किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थी।
परीक्षा के दिन नजदीक आ गए थे, शिवन्या के पास नोट्स नहीं थे, उसने कक्षा के सभी लड़कियों से पूछा मगर परीक्षा नजदीक होने की वजह से किसी ने नहीं दिया। उसने सबसे पूछा था सिवाय निहारिका के, उसे लगा था की वो नोट्स नहीं देगी, तो उसने उससे माँगा नहीं।
शिवन्या उदास होकर बैठी थी, तभी निहारिका की नज़र उस पर पड़ी तो उसने उससे पूछा की क्या हुआ? तो शिवन्या ने बताया की उसके पास नोट्स नहीं है, अब वह परीक्षा की तैयारी कैसे करेंगी, तो निहारिका ने कहा बस इतनी सी बात मेरे पास है तुम मेरे नोट्स ले जाओ, मेरे पास नोट्स की एक और कॉपी है, और उसने मुस्कुराते हुए नोट्स दे दिए, फिर उनकी दोस्ती हो गयी।