आन्या और अनाया
आन्या और अनाया
आन्या और अनाया दो बहने थी, जो शहरों में रहती थी।
और जब भी गर्मी की छुट्टियाँ पड़ती थी, वो गाँव में दादी के घर घूमने जाया करती थी।
एक बार जब वो अपने गाँव छुट्टियाँ मनाने गयी थी तो गाँव में उनसे मिलने गाँव के बच्चे आये थे, गाँव के सारे बच्चों के साथ वो खेलने चली गयी। तभी खेलते खेलते एक ने कहा यहाँ गाँव में एक महुआ का पेड़ है चलो चलते है वहां सारे राजी हो गए और आन्या, अनाया भी चल दिए।
उनके साथ उस पेड़ के पास एक तालाब था जो थोड़ा गहरा था और गहरा इतना की नीचे से ऊपर ये ना दिखे की कोई ऊपर है, तालाब की सफाई कर के उस तालाब में से सांपों को ऊपर फेंक रहे थे गाँव के सारे बच्चों ने सफाई होते देखा और आन्या और अनाया को लिए बिना ही वहां से भाग गए तभी अचानक से उन दोनों के बीच आकर एक सांप गिरा दोनों वही के वही खड़े रह गए तभी आन्या ने अनाया को बोला भागो पर वह नहीं भागी फिर आन्या ने छलांग लगायी और अनाया का हाथ पकड़ा और तेजी से दौड़ लगायी। इस तरह उसने अपनी और अपनी बहन की जान बचायी।