Manpreet Kaur

Thriller

4.2  

Manpreet Kaur

Thriller

बदला

बदला

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पूजा अपने Cameraman के साथ, शुक्ल सर के घर उनके अकस्मात् मृत्यु होने की News coverage करने पहुंची। सारा मीडिया, पुलिस और पत्रकार भी वहां मौजूद थे, जो इस दुर्घटना की तहकीकात करने लगे। मीडिया और पत्रकार इस दुर्घटना की तस्वीरें ले रहे थे और पूजा Live footage प्रस्तुत कर रही थी। पूजा अपनी शूटिंग ख़त्म कर, शुक्ल सर की Dead body को ध्यान से देख रही थी।

पूजा- देखा तुमने राजू? बुरे काम का बुरा नतीजा।

कैमरा मैन- yes मैडम।

Drugs cases की बहुत सी सनसनी खेस खबरें शहर भर में सुर्खियां बटोर रही थी। सबकी जुबां पर बस drugs cases की चर्चायें होती रहती थी। इनमें से एकDrugs Case जिसमें कुछ साल पहले 2 निर्दोष छात्र गिरफ्तार हुए, जिनपर Drugs खरीदने और बेचने का इल्जाम था। 

शहर के एक बहुत बड़े Pub में बहुत नामचीन घरों के लोग पार्टी और मौज-मस्ती करने आए थे। वहां यह २ छात्र, रोहन और राकेश भी मौजूद थे। पार्टी में ड्रग्स का सेवन हो रहा था वह भी एक fix room में। इस तरह की पार्टियों को Rave Parties कहते हैं। कुछ देर में वहां पुलिस आ जाती है और छापा मरने लगी। कुछ बड़े घरों के लड़कों ने अपना गुनाह छुपाने के लिए Drugs Packets रोहन और राकेश की जेबों में डाल दिए।

पुलिस अपनी छान बिन करते समय रोहन और राकेश की जेब से Drugs Packets बरामद करते हैं। पुलिस ने उन दोनों को रिमांड में लिया और बहुत मारा। दोनों को जेल में कैद करके उनसे Drugs Supply की information लेने लगे।

Police inspector- साफ़- साफ़ बोल दो Drugs कहाँ बेचे तुम दोनों ने वार्ना 3rd degree torture भी कर सकते हैं। Drugs का सेवन भी किया होगा? अभी तुम दोनों का blood test करवाता हूँ

रोहन- नहीं सर, हम college students हैं और सिर्फ पार्टी करने गए थे।

राकेश- सर, इतनी बड़ी पार्टी में सिर्फ हमसे ही Drugs मिले और बाकी सब कैसे निर्दोष हैं। आपने क्या उन सबसे पूछताछ की?

Police inspector- हम्म, अभी तुम्हारे घरवालों को यहाँ बुलाते हैं और तुम्हारी काली करतूत दिखाते हैं। College में यह सीखते हो?

राकेश के माँ-बाप US गए हुए थे और रोहन का उसकी बड़ी बहन ललिता के सिवा इस दुनिया में और कोई नहीं था। ललिता ने उन दोनों छुड़ाने की कोशिश की पर , पुलिस इतने बड़े मामले को इतनी आसानी से ख़त्म नहीं होने दे रही थी। पुलिस पर उन बड़े लोगों का दबाव था जिनके बच्चे उस Rave Party में ड्रग्स ले रहे थे और उन्हीं लोगों ने रोहन और राकेश को Drugs scandal में फसा दिया। इस बात की जब ललिता को भनक लगी तो उसने पुलिस और वकील को केस लड़ने को राज़ी किया, पर पैसे के ज़ोर के आगे कानून ने भी घुटने टेक दिए। डॉक्टर्स को भी रिश्वत देकर गलत blood test रिपोर्ट बनवायी गयी जिससे रोहन और राकेश मुजरिम साबित हो गए। पुलिस का टार्चर दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा था। ललिता भी आखरी तक लड़ती रही।

ललिता- आप तो कानून के रक्षक हो, पैसे के आगे आज आपकी ईमानदारी भी बिक गयी?

Police inspector- देखो ललिता, किसी को तो इलज़ाम अपने सर पर लेना था। वो बड़े पैसे वाले लोग हैं उनकी पहुँच मंत्रियों तक है। तुम क्यों इन सबसे उलझती हो? दो दिन में रोहन और राकेश को रिहा कर देंगे।

ललिता- सवाल रिहाई का नहीं, इन्साफ और बेगुनाही का है। मेरे भाई का भविष्य ख़राब हो जायेगा।

Police inspector- उसके लिए, तुम्हें भी कीमत दी जाएगी।

ललिता- और वह कीमत कब तक चलेगी?

Police inspector- ऐसा है, तो मैं तुम्हारी जरूरतें पूरी कर दूंगा। क्या ख़याल है?

ललिता- shut up!

रोहन समझ चूका था की Drugs scandal के पीछे उसके साथ पढ़ने वाले विक्की का हाथ है। वो शहर के बहुत बड़े Businessman का बेटा है। पैसे के दम पर उसने आधा कॉलेज खरीद रखा है। इस बारे में रोहन ने ललिता को सब बताया। ललिता और रोहन ने एक वीडियो बनाया जिसमें रोहन ने Video record किया। इसमें उसने उन बड़े घर के लड़कों और police inspector का भी नाम बोला। Video Youtube पर viral करने के बदले उसने न्यूज़ चैनल वालों के साथ शेयर किया। अगले दिन न्यूज़ चैनल वालों ने रोहन को बुलाया और वहां विक्की और उसके गैंग के लोग पहले से ही मौजूद थे । उन सबने रोहन को torture कर उसके phone से video delete कर दिया और फिर उसे एक खाई में ढकेल दिया। रोहन ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया।

अगले दिन, रोहन के सुसाइड की खबरें टीवी पर आ रही थी।

ललिता यह सब देख टूट गयी और फिर police inspector उसके घर पहुंचा शराब के नशे में धुत। 

Police inspector - क्यों झांसी की रानी, अब क्या करेगी तू?

ललिता- आप यहाँ? निकलो मेरे घर से वार्ना मैं।

Police inspector - वार्ना क्या करेगी?

Police inspector ने पूजा के साथ ज़बरदस्ती की और उसकी लाश और उसका फ़ोन दोनों को जला डाला, जिसमें रोहन के बेगुनाही के सबूत थे।

ललिता- मैं वापस आऊंगी। तुम लोगों से बदला लुंगी।

यह कहते ही ललिता ने दम तोड़ दिया और police inspector ने किसी को फ़ोन करके खबर दी।

Police inspector -हेलो, काम हो गया मेरे पैसा तैयार रखना।

कुछ दिन बाद, उसी न्यूज़ चैनल की सीनियर रिपोर्टर पूजा , अचानक न्यूज़ चैनल के हेड शुक्ला सर से रोहन suicide case की inquiry करती है, और तब उसे पता चला, की रोहन का वीडियो डिलीट कर दिया था। क्यूंकि, पुलिस से लेकर ऊपर तक सारे विक्की के पिता से रिश्वत ले चुके थे। शुक्ला सर को रोहन का वीडियो डिलीट करने की धमकी और रिश्वत दोनों दी गयी थी, क्यूंकि, रोहन ने अपना वीडियो शुक्ला सर के न्यूज़ चैनल लिंक पर भी भेजा था। किसी और के हाथ लगने से पहले ही रोहन का Case close कर दिया गया।

पूजा - सर,आपने यह कैसे होने दिया? हमें शर्म आनी चाहिए की हमसे उन 2 छात्रों को कोई मदत नहीं मिली। अगर उनकी जगह आपके या मेरे घरवाले होते, तो भी क्या आप यह होने देते? कहीं इसकी आप लोगों को कोई भारी कीमत ना चुकानी पड़े।

शुक्ला सर- तुम मुझे मत सिखाओ, वार्ना तुम्हारी नौकरी जाएगी। रोहन के वीडियो को भूल जाओ। अपने काम पर ध्यान दो जाओ।

एक दिन उसी police inspector का फ़ोन आया जिसने पूजा की हत्या की थी। वो अब शहर का Super Cop बन गया था।

POLICE INSPECTOR- शुक्ला जी, कैसा चल रहा है आपकी ख़बरों का सिलसिला? 

शुक्ला सर-जी ठीक है पर, आज हमारे चैनल की सीनियर रिपोर्टर पूजा ने अचानक रोहन सुसाइड केस की इन्क्वायरी निकाली और मैंने उसे सब बताया।

POLICE INSPECTOR-क्या? अरे क्यों अपने पैरों पे कुल्हाड़ी मारने पे तुला हुआ है? अगर उस पूजा ने यह बात फैला दी तो?

शुक्ला सर-नहीं सर, वो भरोसे वाली है। मुझसे पूछे बिना कोई काम नहीं करती। बड़े लोगों के interviews के लिए भी मैं उसे ही चुनता हूँ।

यहाँ पूजा IT Expert की मदद से रोहन के वीडियो का लिंक ढूंढ लेती है और पूरा वीडियो देखते ही उसे एक idea आया।  

पूजा - शुक्ला सर, रोहन के वीडियो को अगर हम अपने चैनल पर दिखाएँ तो TRP बढ़ेगी।

शुक्ला सर- नहीं पूजा, तुम जानती हो की मुझे बहुत बड़ी कीमत मिली है। अरे इस वीडियो को डिलीट करने पर हमारे चैनल को कितनी कामयाबी मिली तुम भूल गयी?

पूजा - सर, वीडियो की Editing कर लेंगे और फिर देखना कैसे TRP बढ़ती है अपने चैनल की।

शुक्ला सर- ठीक है। पर Editing के समय मैं भी तुम्हारे साथ बैठूंगा।

पूजा - Sure Sir, आपके बिना ये Possible ही नहीं।

Editing का काम ख़त्म कर शुक्ला सर, निश्चिन्त कोहर रोहन का वीडियो TV पर On-Air कर देते हैं।

जब यह न्यूज़ टीवी पर On-Air हुई तो न्यूज़ कवरेज के बीच में ही रोहन का असली वीडियो बार-बार प्ले हो रहा था। यह वीडियो हर 10 मिनिट में अपने आप ही बाकी खबरों के साथ, बीच-बीच में प्ले होता रहा।

पूजा - अरे, हमने तो Editing की थी, फिर ये क्या?

कैमरा मैन- जी मैडम, अब शुक्ला सर को क्या जवाब देंगे?

शुक्ला सर की जुबान जैसे जंग पकड़ लेती है। उनके पास किसीके सवालों का कोई जवाब नहीं था क्यूंकि रोहन के वीडियो में शुक्ला सर का भी नाम था और उनके रिश्वत खोरी सामने आयी। POLICE INSPECTOR को पता चला और उसे भी अपनी बर्बादी नज़र आने लगी।

POLICE INSPECTOR- जब मैंने तुमसे रोहन का वीडियो डिलीट करने को कहा, तो यह On-Air कैसे हुआ? अपने कर्मचारियों पे तुम्हारा कोई दबाव नहीं है क्या?

शुक्ला सर- sorry, अब से मैं ध्यान रखूँगा।

POLICE INSPECTOR-उस लड़के रोहन के वीडियो ने तो हमारी बदनामी कर दी। सुबह से कई फ़ोन, messagesऔर emails हमें कोस रहे हैं। अब तो public की शिकायतें भी आने लगी हैं। हमें कुछ भी करके इस मामले को ठंडा करना होगा।

यह कहके POLICE INSPECTOR फ़ोन रखदेता है और उसी रात POLICE INSPECTOR अपने काम से लौटकर घर में आराम कर रहा था। वो अपने कमरे में अकेला बैठा शराब पि रहा था। अचानक रात के 1 बजे उसका फ़ोन बजा।

फ़ोन कॉल- सर, मैं निर्दोष हूँ मुझे इन्साफ चाहिए सर।

POLICE INSPECTOR- क्यों दिमाग ख़राब कर रहे हो? यह कोई रहा है? ये कोई Court नहीं है, समझे?

यह कहकर POLICE INSPECTOR ने फ़ोन रख दिया और सोने चला गया। अचानक रात के ३ बजे उसका फ़ोन फिर बजा।

फ़ोन कॉल- सर, मैं निर्दोष हूँ मुझे इन्साफ चाहिए सर।

POLICE INSPECTOR- कौन है फ़ोन पर? कौन बोल रहा है?

 फ़ोन कॉल-"रोहन"

यह सुनते ही POLICE INSPECTOR के हाथ से फ़ोन छूटकर गिर गया। फिर टेलीफोन बजा, POLICE INSPECTOR ने टेलीफोन उठाया तो फिर वही आवाज़। उसने टेलीफोन भी ज़मीन पर ज़ोर से पटक दिया और इसे अपना भ्रम समझा क्यूंकि सोने से पहले उसने बहुत शारब पि थी।

अगली रात POLICE INSPECTOR काम से बहुत थक गया था और थकान से उसकी आँख लग गयी। रात के १ बजे उसका फ़ोन बजा, POLICE INSPECTOR ने फ़ोन उठाया तो फिर से वही आवाज़। और इस बार तो वो आवाज़ इतनी ज़ोर की थी की कमरे में हवाएं तेज़ चलने लगी और खिड़की-दरवाजे भी ज़ोर से बजने लगे। टेलीफोन भी जो पिछली रात उसने पटका था, वो भी बिलकुल सही हालत में था। यह मंज़र देख अब POLICE INSPECTOR को डर लगने लगा। वो अगले दिन, अपने काम में मन नहीं लगा पाया। उसने घर लौटने से पहले, अपना फ़ोन और सिमकार्ड नया लिया और सुकून से घर पहुँच कर सो गया।

मगर इस बार POLICE INSPECTOR का डर यकीन में बदल गया, क्यूंकि रात को १ बजे उसके नए फ़ोन पर फिर से वही आवाज़ का कॉल आया और आवाज़ रोहन की ही थी।

POLICE INSPECTOR- यह फ़ोन और सिमकार्ड मैंने थोड़ी देर पहले ही ख़रीदा, फिर आज भी वही कॉल कैसे आया? यह मेरे साथ क्या हो रहा है?

POLICE INSPECTOR रात को सोने से डर रहा था। अकेले होने के कारण, उसने अपने पूरे घर के खिड़की-दरवाजे बंद कर दिए। उसकी पत्नी एक हफ्ते के लिए बाहर गयी थी। POLICE INSPECTOR ने अपने कानों में रुई डाली और अपना फ़ोन साइलेंट कर दिया क्यूंकि ज़रा सी आहट से भी वह कांप जाता। घबराते हुए सोचने लगा की, वही आवाज़ उसे ना डराए।

अचानक रात के ३ बजे, फिर से उसका फ़ोन बजा। POLICE INSPECTOR इसबार बहुत डर गया था की, फ़ोन साइलेंट होने पर भी कैसे बज रहा है। फ़ोन उठाने पर वापस वही रोहन की आवाज़ थी। इस बार वो आवाज़ इतनी भयानक थी, की POLICE INSPECTOR के कानों से खून निकलने लगा और जो रुई उसने कानों में ठूस रखी थी, वो भी बाहर निकल गयी। कमरे के खिड़की-दरवाजे ज़ोर-ज़ोर से बजने लगे और खिड़की का कांच भी टूट गया। POLICE INSPECTOR डर से कांपने लगा और देखते ही देखते रोहन का वीडियो उसके फ़ोन पर प्ले होने लगा और इतना ही नहीं वो वीडियो कमरे में रखे हुए टीवी स्क्रीन पर भी अपने आप ही चलने लगा।

टीवी पर इस बार POLICE INSPECTOR ने रोहन का वीडियो देखा जिसमें रोहन इन्साफ की गुहार लगा रहा था।

रोहन- मैं रोहन, मुझे और मेरे दोस्त राकेश को झूठे drugs case में फसाया गया। मेरे कॉलेज में पड़ने वाले विक्की के पिता ने पुलिस से लेकर न्यूज़ चैनल के हेड शुक्ला सर को भी खरीद लिया और हमें बहुत torture किया। मेरी बहन पूजा को भी कोई मदद नहीं दी गयी।

वीडियो के दौरान अचानक टीवी स्क्रीन ब्लैक आउट हो गया और रोहन एक भयानक रूप में वीडियो में था।

रोहन- हेलो सर, कैसे हो? इन्साफ दिलाओ?

देखते-देखते रोहन का चेहरा डरावना हो गया। पूरा चेहरा जला हुआ और आंखें बड़ी और लाल।

रोहन- आओ सर, मदत करो।

कमरे के चारों तरफ खौफनाक आवाज़ें गूंज रही थी।

POLICE INSPECTOR- बचाओं! बचाओ!!

 रोहन- अब तुम चिल्लाओ, मदत की गुहार लगाओ, कोई नहीं आएगा। जैसे तुमने मदद नहीं की थी। अब तुम्हें पता चलेगा और दुनिया भी जागृत होगी।

अचानक टीवी स्क्रीन का कांच टूटकर POLICE INSPECTOR को लगके सीधा उसके शरीर के आर-पार हो गया। फ़ोन जो उसने हाथ में पकड़ा हुआ था, वोभी अचानक ब्लास्ट हो गया। POLICE INSPECTOR ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया।

अगली सुबह वही न्यूज़ रिपोर्टर पूजा, POLICE INSPECTOR के घर पहुंचकर उसकी मौत की न्यूज़ कवर कर रही था। POLICE INSPECTOR की मौत की वजह फ़ोन ब्लास्ट होना बताया गया, क्यूंकि कमरे में बाकी सारा सामान, खिड़की और दरवाजे सब व्यवस्थित दिख रहे थे और पिछली रात की असल भुतिया दुर्घटना का किसी को पता नहीं चला।

न्यूज़ रिपोर्टर पूजा और न्यूज़ चैनल के हेड शुक्ला सर, POLICE INSPECTOR की मौत के फुटेज की एडिटिंग कर रहे थे।

पूजा - देखा सर, कैसे POLICE INSPECTORजी को सच्चाई छुपाने और अपनी गैरज़िम्मेदारी की कीमत चुकानी पड़ी। इन सब में आपने भी तो एक एहम किरदार निभाया है, तो देखिये कहीं अगला नंबर आपका ना हो।

शुक्ला सर- क्या मतलब है तुम्हारा? मैंने क्या किया है?

पूजा- कुछ नहीं सर, कई बार हम कुछ नहीं करके भी, एक बहुत बड़ी अनहोनी को दावत देते हैं।

शुक्ला सर- तुम कहना क्या चाहती हो?

पूजा - मेरी उस दिन की चेतावनी को याद रखें और अपना ख्याल रखें।

शुक्ला सर का इस बात पर कोई जवाब नहीं था और वो सोच में पड़ गए।

ठीक दो दिन बाद, शुक्ला सर का रात को के १ बजे फ़ोन बजा।

फ़ोन कॉल- मदद करो।  

शुक्ला सर- कौन? कौन बोल रहा है? हेलो! हेलो!

यह कहते ही वह अचानक गिर पड़े और उनके कानों से खून बहने लगा। उसी समय उन्होंने दम तोड़ दिया।

अगले दिन, पूजा अखबार में शुक्ला सर के मौत की खबर पड़ते हुए किसी की तरफ इशारा करती करती। और वो और कोई नहीं, पूजा थी। पूजा, ललिता की best friend थी। शहर से बहार होने की वजह से वो उस वोट पूजा की कोई मदद नहीं कर पाई थी।

ललिता- ये सब तुम्हारे बिना संभव न होता अगर उस रात तुम मुझे बचाने नहीं आती।

पूजा - ये सब मेरी गैर हाज़िरी में हुआ और मैंने भी इनको सबक सीखने की ठान ली।

पूजा उस रात पूजा के घर पहुंची, तो उसने ललिता को जली हुई हालत में पाया। फॉरेन अस्पताल में इलाज करवाने से ललिता की जान तो बच गयी मगर उसका आधा शरीर जल चूका था। Wheelchair पर बैठी उसने पूजा को Police inspector और शुक्ल सर को मारने में मदद की।

पूजा और ललिता आपस में बात कर रहे थे की कैसे पूजा ने police inspector और शुक्ल सर को मारा था। पूजा ने police inspector पर नज़र रखी थी और फिर उसके फ़ोन से छेड़-छाड़ करके उसे डराना, TV Screen पर रोहन का वीडियो प्ले करना और फिर टीवी का कांच तोड़कर police inspector को मारना ये सब पूजा ने Mobile mechanic, IT expert और Internet से जानकारी लेकर किया और शुक्ल सर को भी मौत के घाट उतार दिया।

पूजा - रोहन मेरा भी भाई था। मुझ अनाथ को तुमने अपने परिवार का हिस्सा बनाया, इसलिए ये सब मुझे करना ही था। शुक्ल सर का भरोसा जीत के मैंने अपना रास्ता आसान बनाया।

ललिता- दोस्त हो, तो तुम जैसी।

पूजा, ललिता का इलाज करवाना जारी रखती है और शुक्ला सर की न्यूज़ चैनल कंपनी भी बंध हो गयी क्यूंकि देश की जनता ने इस चैनल का बहुत विरोध किया। इसी के साथ रोहन को भी इन्साफ मिल जाता है।



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