अरे सुनो
अरे सुनो
अरे सुनो
ये जो तस्वीर तुमने भेजी है, मुस्कुराते हुए उसमे बेहद खूबसूरत लग रही हो।
चलो क्यों न एक सपना बुना जाए,
सपने में भी इसी तरह मुस्कुराते हुए मुझे देखना तुम, सारी परेशानियाँ भूल जाऊंगा मैं।
काम पर जाने की जल्दी तो होगी, पर किसी न किसी बहाने से घर वापस आता रहूंगा।
कभी गाड़ी की चाबियां लेने, तो कभी कोई ज़रूरी फ़ाइल।
तुम सब जानते हुए भी, बस मुस्कुरा कर देखते रहना।
अगर घर आने में थोड़ी देर हो जाये,
एक कॉल कर लेना पूछने के लिए, कि कब तक आओगे।
तुम्हारे लिए गिफ्ट खरीदते हुए कोई बहाना बना भी दूं,
तुम हँसकर मान लेना।
जानती तो हो, जन्मदिन गलती से भूल गया था। वैसे वही घड़ी ली है जो तुमने उस दिन पसंद की थी।
दरवाज़े पर खड़े रहना जब मैं सीढ़ियों से चल कर आता रहूंगा। लिफ्ट इस्तेमाल करने से डॉक्टर ने मना किया है न।
सवाल पे सवाल करना,
और मैं चुप चाप, तुम्हे एक बॉक्स पकड़ा दूंगा। एक मिनट को मेरी ओर देखना,
फिर अपने उसी बचपने के साथ बॉक्स को खोलना तुम।
घड़ी देख कर बस मुस्कुरा देना तुम, मैं समझ लूंगा की तुमने माफ कर दिया।
नींद का इंतज़ार करते हुए जब बिस्तर पर लेटे रहेंगे,
हाथ पकड़ कर, बस मुस्कुरा देना तुम।
अरे सुनो,
ये जो तस्वीर तुमने भेजी है, मुस्कुराते हुए बेहद खूबसूरत लग रही हो।